Rajasthan- 32 परिवारों के आश्रितों को मिली नौकरी तो छलक आए आंसू, मेयर सौम्या गुर्जर ने सौंपे नियुक्ति पत्र
Rajasthan: मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर और आयुक्त रूक्मणि रियाड ने नगर निगम ग्रेटर प्रशासन के मृतक परिवारों के आश्रितों की अनुकंपा नियुक्ति पत्र दिए. जिसे उनके चेहरे पर मुस्कान और परिवार में खुशियां आईं.
jaipur news: नगर निगम ग्रेटर में अनुकंपा नियुक्ति के लिए सालों से चक्कर काट रहे 32 परिवारों के सदस्यों की अनुकंपा नियुक्ति का प्रकरण जब क्लियर हुआ तो उनकी आंखों से आंसू छलक गए..नियुक्ति पत्र लेने के बाद कार्तिक उमरवाल ने कहा की, माता-पिता का दोनों का साया सिर से उठ चुका हैं.तो दर्शन कुमार ने कहा प्राइवेट जॉब, मजदूरी करके घर चला रहे हैं.आज नौकरी का नियुक्ति पत्र मिल गया तो विश्वास ही नहीं हो रहा.अब परिवार घर अच्छे से चला सकूंगा.बच्चों की पढ़ाई करवा सकूंगा.
दरअसल, जयपुर नगर निगम ग्रेटर आयुक्त रूक्मणि रियाड की एक पहल से 32 परिवारों के घरों में खुशी फिर से लौट आई..सालों पहले अपनों को खोने के बाद उनके स्थान पर नौकरी लगने का इंतजार कर रहे मृतक परिवार के आश्रितों को आज आखिरकार नगर निगम ग्रेटर में बड़ा तोहफा मिला.
आयुक्त रूक्मणि रियाड ने किया एक्शन मोड में काम
नगर निगम ग्रेटर आयुक्त रूक्मणि रियाड ने अपनी ज्वाइनिंग के साथ अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों की फाइलें मंगवाई.जल्द से जल्द ऐसे प्रकरणों का मिशन मोड पर निस्तारण करने के साथ अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए कार्मिक उपायुक्त कविता चौधरी को काम करने का टॉस्क दिया गया.
खुशी से छलक पड़े आंसू
दस्तावेजों की पूरी प्रकिया होने के बाद 71 में से 32 प्रकरणों का निस्तारण किया गया और आज 23 आश्रितो को हाथों-हाथ नियुक्ति पत्र दिए गए. नगर निगम ग्रेटर में नियुक्ति पत्र लेते हुए आश्रितों को रोते देख जब मेयर और आयुक्त ने पूछा की आप रो क्यों रहे हैं, आज तो आपको अनुकंपा नियुक्ति पत्र मिल रहा है तो जबाव मिला यह सालों के दुख के बाद मिले खुशी के आंसू हैं.. आयुक्त रूक्मणि रियाड ने कहा की, बचे हुए अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों को भी देखा जा रहा है , जो भी दस्तावेजों में कमी है उसे पूरी करवाकर जल्द ही आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी.
सफाईकर्मियों के बच्चों को भी मिले चेक
वही, सफाईकर्मियों के परिवारों के लिए खुशी का दिन रहा. उनके होनहार बच्चों को नगर निगम ग्रेटर प्रशासन की ओर से स्कॉलरशिप के चेक दिए गए.मेयर डॉक्टर सौम्या गुर्जर और आयुक्त रूक्मणि रियाड ने स्वच्छता सैनिकों (सफाई कर्मचारियों) के होनहार बच्चों को स्कॉलरशिप योजना के तहत 25-25 हजार और 30-30 हजार रुपए की स्कॉलरशिप दी.
स्कॉलरशिप का चेक लेने के बाद स्टूडेंट्स ने आगे बढ़ने के सपने शेयर किए.बच्चों ने कहा की, नगर निगम प्रशासन की पहली बार इस तरह की पहल की हैं..इससे ओर बच्चों भी मोटिवेट होंगे.स्टूडेंट् विपिन खोडा ने कहा की मैं यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहा हूं.
बता दें कि यह स्कॉलरशिप देने की परम्परा शुरू करने से दूसरे अन्य बच्चें भी पढाई के बारे में सोचेंगे.इसी तरह स्टूडेंट गुंजन खोडा ने कहा की मैं आरएएस बनना चाहती हूं.और इसी तरह से लोगों की मदद करूंगी.वहीं स्टूडेंट्स उर्मी ने कहा की उनका सपना आईएएस बनने का हैं.
गौरतलब हैं की, स्कॉलरशिप योजना जो पिछले बजट के दौरान मेयर ने घोषित की थी उसका आज क्रियान्वयन हुआ..इसी महीने 18 जनवरी जब नगर निगम की साधारण सभा हुई थी, तब इसका मुद्दा भी पार्षदों ने उठाया था...उसके बाद कमिश्नर ने एक आदेश जारी करके सभी सफाई कर्मचारियों से स्कॉलरशिप के लिए प्रस्ताव मांगे थे.20 फरवरी तक आए प्रस्तावों की जांच के बाद 9 विद्यार्थी जिनकी साल 2022-23 सत्र में 10वीं और 12वीं में 70 फीसदी से ज्यादा अंक आए थे.उन्हे स्कॉलरशिप के चेक दिए गए हैं.अब निगम ग्रेटर प्रशासन ने 15 मार्च तक सफाई कर्मचारियों से स्कॉलरशिप के लिए प्रस्ताव मांगे हैं.
बहरहाल, अनुकंपा नियुक्ति से परिवार में उन कार्मिकों की कमी तो दूर नहीं हो सकती जो इस दुनिया में नहीं है, लेकिन यह जरूर है कि परिवार के भरण-पोषण के लिए अनुकंपा नियुक्ति से एक सहारा जरूर मिल जाएगा...अनुकंपा नियुक्ति मिलने वाले आश्रितों और उनके परिवार के सदस्यों की आंखों में एक नई खुशी और नई उम्मीदें जरूर देखने को मिल रही हैं.