दिल्ली से भी ज्यादा खतरनाक हुई राजस्थान की हवा, 400 जा पहुंचा AQI
Rajastha News: राजस्थान की हवा इनदिनों दिल्ली से भी ज्यादा खतरनाक हो चुकी है. इसी के चलते राजस्थान के कई इलाकों का AQI लेवल 400 जा पहुंचा है.
Rajastha News: एक तरफ सर्दी दस्तक दे रही है और वाहनों का धुंआ वायुमंडल से बाहर नहीं जा पा रहा है, तो इस बीच दिवाली पर पटाखों के धुंए ने अस्थमा और अन्य एलर्जी वाले रोगियों के लिए परेशानी बढ़ा दी है. प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है.
माना जाता है अक्टूबर-नवंबर में किसानों के पराली जलाने से प्रदेश में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है. सर्दी बढ़ने के चलते पराली का धुंआ, वाहनों का धुंआ और अब पटाखों का धुंआ वायुमंडल की परिधि से बाहर नहीं जाने के चलते प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है.
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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आंकड़े दर्शाते हैं कि प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण मानक स्तर से काफी अधिक है. आधा दर्जन शहरों में तो यह खतरनाक स्तर तक जा पहुंचा है. दरअसल प्रदूषण के स्तर को एयर क्वालिटी इंडेक्स के मानक पर परखा जाता है. 200 से कम एक्यूआई होने पर इसे मॉडरेट कहा जाता है, जबकि 200 से अधिक एक्यूआई होने पर इसे स्वास्थ्य के लिए नुकसान देह माना जाता है.
वहीं, 300 से अधिक एक्यूआई को काफी खतरनाक माना जाता है. चिंताजनक बात यह है कि राजस्थान के कई शहरों में वायु की गुणवत्ता का स्तर 300 के पार हो चुका है. यहां तक कि भरतपुर और हनुमानगढ़ में तो यह करीब 400 तक जा पहुंचा है. हालांकि राजधानी जयपुर में अभी प्रदूषण का स्तर उतने खतरनाक स्तर तक नहीं पहुंचा है. मंगलवार सुबह जहां राजधानी में प्रदूषण कम था, दोपहर होते-होते यह 300 तक जा पहुंचा.
राजधानी जयपुर में सावधानी की जरूरत
अस्थमा रोगियों और एलर्जी पेशेंट्स को सावधानी की जरूरत
शहर में प्रदूषण का स्तर 300 तक पहुंचने की आशंका
दोपहर 1:05 बजे 293 पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स
पुलिस कमिश्नरेट स्थित चौराहे पर 293 रहा है AQI
शहर के सभी 6 मापक स्थलों पर 200 के पार रहा AQI
शास्त्री नगर में 248, सीतापुरा रीको एरिया में 250
सेक्टर 2 मुरलीपुरा में 263, मानसरोवर सेक्टर 12 में 233
आदर्श नगर में 216 पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स
एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ने के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं. राजधानी जयपुर से अधिक एक्यूआई भरतपुर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं आदि जिलो में रहा है. वहीं, भिवानी में भी काफी अधिक एक्यूआई रहा है. इसे लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि एक्यूआई बढ़ने के पीछे पटाखों का प्रदूषण तो जिम्मेदार है ही, साथ ही वाहनों से होने वाले प्रदूषण के चलते भी एक्यूआई में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.
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कहां सबसे खतरनाक स्तर पर एक्यूआई
कृष्णा नगर भरतपुर में दोपहर 1 बजे 399 रहा एक्यूआई
शास्त्री नगर टोंक में दोपहर 1 बजे 365 तक पहुंचा एक्यूआई
राजा गंज, धौलपुर में दोपहर 1 बजे एक्यूआई 341 दर्ज किया गया
रीको इंडस्ट्रियल एरिया भिवाड़ी में एक्यूआई 374 दर्ज हुआ
झुंझुनूं में दोपहर 1 बजे 324 दर्ज हुआ एयर क्वालिटी इंडेक्स
चूरू में 331, हनुमानगढ़ में 395 एक्यूआई मापा गया
एमएम ग्राउंड बीकानेर में दोपहर में 277 मापा गया एक्यूआई
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के विशेषज्ञों की मानें तो ऐसी स्थिति में अस्थमा से पीड़ित मरीजों को सावधानी बरतनी चाहिए. इसके साथ ही डस्ट या एयर पॉल्युशन की एलर्जी से पीड़ित लोगों को भी खतरा हो सकता है. बुधवार को भाई दूज के त्यौहार के बाद पटाखे चलाना कम होने पर प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद है.