Rajasthan Assembly Elections: गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया कि महिला शक्ति वंदन के नाम पर वह सिर्फ जुमलेबाजी कर रहे हैं, बीजेपी के मुकाबले कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में महिलाओं तथा आदिवासियों को ज्यादा प्रतिनिधित्व दिया. इसके साथ ही गोहिल ने विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा पर जमकर आरोप लगाए.


 
कांग्रेस ने जहां 25 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष और सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस ने 33 सीटों पर आदिवासी प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि भाजपा ने 30 सीटों पर ही आदिवासी प्रत्याशियों को टिकट दिया है. महिलाओं को टिकट देने में भी कांग्रेस भाजपा से आगे है. कांग्रेस ने जहां 25 महिलाओं को प्रत्याशी बनाया है. 


16 महिलाओं को ही चुनावी मैदान में उतारा है


वहीं,भाजपा ने 16 महिलाओं को ही चुनावी मैदान में उतारा है. इससे साफ है कि भाजपा महिलाओं को राजनीति में आगे बढ़ाने के मुद्दे पर भी सिर्फ जुमलेबाजी कर रही है,  उनका कहना है कि 40 साल से कम उम्र के 40 युवाओं को कांग्रेस ने टिकट दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उच्च शिक्षित युवाओं और सेना से रिटायर्ड मानवेंद्र सिंह जसोल तथा कर्नल सोनाराम को भी प्रत्याशी बनाया है. 


गोहिल ने कहा कि कोरोना काल में राजस्थान की कांग्रेस सरकार के कामकाज की विश्व स्तर पर तारीफ हुई। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी राजस्थान के भीलवाड़ा मॉडल की प्रशंसा की, इसका नतीजा यह हुआ कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भीलवाड़ा मॉडल की तारीफ करनी पड़ी, जबकि आमतौर पर पीएम किसी दूसरी पार्टी के अच्छे काम की भी तारीफ नहीं करते हैं.


किसान कर्जमाफी पर पीएम का वीडियो दिखाया


किसानों की कर्जमाफी को लेकर शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि गहलोत सरकार ने सहकारी बैंकों का सारा कर्जा माफ किया।  केंद्रीय बैंकों से लिया गया कर्जा माफ करने को लेकर केंद्र सरकार को पत्र लिखा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.


उन्होंने अपने मोबाइल में पीएम नरेंद्र मोदी का एक पुराना वीडियो भी दिखाया और कहा कि नरेंद्र मोदी ने सरकार बनने के बाद सबसे पहले किसानों का कर्जा माफ करने का वादा किया था. लेकिन आज तक पूरा नहीं किया. इनकी कथनी और करने में अंतर है. गुजरात में भी हुए पेपर लीक, राजस्थान सरकार कानून लाई


शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि भाजपा राजस्थान में पेपर लीक का मुद्दा उठाती है. लेकिन गुजरात में भी 14 बार पेपर लीक हुए हैं. भाजपा के शासन वाले गुजरात में यह हुआ लेकिन सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए. जबकि पेपर लीक माफिया के खिलाफ कड़े कानून सबसे पहले राजस्थान की गहलोत सरकार ने बनाए. जिनमें कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है. उन्होंने गुजरात में पुल गिरने की घटनाओं का हवाला देकर जमकर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। 


कांग्रेस से चार प्रत्याशी लड़ रहे हैं...


महादेव बैटिंग एप मामले में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर लगे आरोपों के सवाल पर शक्ति सिंह ने कहा कि जितना काम छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल ने किया है. उतना किसी और ने नहीं किया. इससे भाजपा बौखला गई है। कहा कि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल भाजपा के साथ ही ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग से भी लड़ रहे हैं. राजस्थान में भी मुख्यमंत्री के बेटे को परेशान किया जा रहा है. प्रदेशाध्यक्ष के यहां ईडी के छापे डलवाए जा रहे हैं. ईडी के सहारे भाजपा चुनाव नहीं जीत पाएगी.


लंका के चमकीले मॉडल में सच बोलने वाला दुखी


उन्होंने कहा कि एक तरफ लंका का मॉडल है. जो दूर से चमकीला दिखाई देता है. लेकिन पास जाने पर पता चलता है कि इस चमकीले मॉडल में सच बोलने वाला विभीषण भी दुखी है. जबकि दूसरा मॉडल रामराज्य का है. जिसमें अंतिम छोर पर बैठे सामान्य जन की बात भी सुनी जाती है और राजा त्याग करता है. उन्होंने कहा कि भाजपा गुजरात में विकास के नाम पर वोट नहीं मांगती. बल्कि हिंदू-मुसलमान कर चुनाव जीतती है. गुजरात का भाजपा का मॉडल चंद पूंजीपतियों का मॉडल है.


ये भी पढ़ें- Rajasthan Chunav LIVE: कांग्रेस ने जारी की 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट, सीएम गहलोत और सचिन पायलट मिली को जगह