Jaipur: अगस्त क्रांति दिवस (August revolution day) पर आए राजनेताओं के बयानों ने राजनीति में एक नया मुद्दा खड़ा कर दिया है. अपने बयानों के जरिए आरएसएस (RSS) को घेरने की कोशिश करने वाले गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने पीसीसी दफ्तर पर आयोजित अगस्त क्रांति दिवस के कार्यक्रम में वीर सावरकर को आखिरकार स्वतंत्रता सेनानी मान ही लिया.


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डोटासरा ने यह भी कहा कि आजादी से पहले सावरकर जिस हिंदू राष्ट्र की बात करते थे, उसमें उन्हें कोई गलत बात नहीं दिखती. डोटासरा के इस बयान की चर्चा देश की राजनीति में लंबे समय तक रहने के आसार बन रहे हैं. इसकी शुरुआत अगस्त क्रांति दिवस से ही हो गई. 


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डोटासरा के बयान पर बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी (Ashok Parnami), पूर्व मंत्री यूनुस खान और विधायक अशोक लाहोटी (Ashok Lahoti) के साथ पूरी बीजेपी एक सुर में कह रही है कि आखिरकार कांग्रेस नेताओं की जुबान पर सच आ ही गया.


डोटासरा के सावरकर को लेकर दिए बयान पर हो रही चर्चा
भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर हर साल मनाया जाने वाला अगस्त क्रांति दिवस इस बार कुछ मायनों में खास रहा. लंबे समय तक वीर सावरकर को अंग्रेजों का भेदिया बताने वाली कांग्रेस (Congress) में सावरकर की चर्चा एक अलग ही रूप में होती दिखाई दी. पीसीसी दफ्तर में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने यहां तक कह दिया कि स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर के शामिल होने को लेकर कांग्रेस मना नहीं करती है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आजादी से पहले सावरकर जिस हिंदू राष्ट्र की बात करते थे, उसमें भी वे कुछ गलत नहीं मानते हालांकि उन्होंने देश की आजादी और संविधान लागू होने के बाद हिंदू राष्ट्र की बात पर एतराज जरूर जताया.


बीजेपी हुई हमलावर
डोटासरा के बयान का सीधे तौर पर यह मतलब निकलता है कि वह स्वतंत्रता संग्राम में सावरकर के योगदान को मान्यता देते हैं और यही बीजेपी को बड़ा सुकून दे रहा है. डोटासरा के बयान के बाद बीजेपी भी एक सुर में सच्चाई सामने आने की बात कह रही है. 


बीजेपी के संगठन के साथ ही पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आखिरकार डोटासरा की जुबान पर सच आ ही गया. परनामी ने कहा कि देश को आजाद कराने में वीर सावरकर का योगदान था और ऐसे सच को ज्यादा लंबे समय तक नहीं झुठलाया जा सकता.


कांग्रेस पर सच्चाई स्वीकार करने का आरोप
पूर्व मंत्री यूनुस खान ने भी डोटासरा के बयान का स्वागत किया. यूनुस खान ने कहा कि डोटासरा संघ को लेकर पिछले कई दिन से बयान दे रहे हैं और आज उनके दिल की बात जुबान पर आ गई. सावरकर के योगदान पर डोटासरा के बयान को लेकर यूनुस खान ने कहा कि कांग्रेस ने सच्चाई को स्वीकार कर लिया है, जिसके लिए डोटासरा का धन्यवाद.


अशोक लाहोटी ने भी बोला हमला
सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के दिल की सच्चाई उनकी जुबान पर आ गई और यह रुक नहीं सकती. लाहोटी ने कहा कि देश की आजादी में सावरकर के योगदान को खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने स्वीकार किया है. इसके साथ ही हिंदू राष्ट्र के बयान पर लाहोटी ने कहा कि अखंड भारत हिंदू राष्ट्र था और उसे हिंदू राष्ट्र कहना गुनाह नहीं है. लाहोटी ने कहा कि अखंड भारत हिंदू राष्ट्र था, इसे कांग्रेस पार्टी भी मानती आई है. लाहोटी ने कहा कि कांग्रेस और डोटासरा को अब सद्बुद्धि आने लगी है और वह भी हिंदू राष्ट्र के कदम पर आगे बढ़ने लगे हैं. लाहोटी ने डोटासरा के इस बयान का स्वागत किया.


मदन दिलावर ने भी कांग्रेस को लिया आड़े हाथ 
उधर बीजेपी के प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर ने भी कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अबसे पहले वीर सावरकर और हिंदू राष्ट्र की बात करने वालों को कांग्रेस अपमानित करती रही थी, लेकिन अब कांग्रेस ने सच्चाई को स्वीकार किया है. मदन दिलावर ने गोविंद डोटासरा को उनके बयान के लिए बधाई देते हुए कहा कि डोटासरा खुद यह मानते हैं कि आजादी से पहले वीर सावरकर का हिंदू राष्ट्र की बात करना जायज था. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस भी हिंदुओं को बनाने का काम शुरू कर चुकी है.