Jaipur News: नई शिक्षा नीति 2020 पर आज राजस्थान विश्वविद्यालय में मंथन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव ने की.बैठक में 15 विश्वविद्यालयों के कुलपति मौजूद रहे. प्रदेश भर से आए कुल​पतियों ने अपने अपने सुझाव मंत्री के सामने रखे. शिक्षा परिषद् के वाइस चेयरमैन प्रो.डीएस चुण्डावत ने अपने संबोधन में कहा डिस्टेंस एजुकेशन में विशेष रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए. कुलपतियों ने जो सलाह दी है उसका नोट तैयार कर सरकार के समक्ष रखेंगे.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा मुख्यमंत्री ने काफी कॉलेज दिये है राजस्थान में कही न कही उच्च शिक्षा में राजस्थान अलग रास्ते पर जा रहा है. पहले से ज्यादा संसाधन अब उपलब्ध है होम भी मेरे पास है पता नहीं 10-15 साल के बच्चे फायरिंग कर देते है बच्चे हिंसा की तरफ बढ़ रहे है. विश्वविद्यालय की जिम्मेदारी है कॉलेज को ध्यान देना होगा. बच्चों का ध्यान केवल सरकारी नौकरी पर है.
एक क्लास के छात्र सरकार की नौकरी चाहती है, दूसरी क्लास के छात्र अपने पुश्तैनी पैसे पर आश्रित है. सारा प्रेशर हायर एजुकेशन पर है. मुझे अजीब से लगता है की खाली डिग्री बांटना काम रह गया है. हमें ही बदलाव करके शुरूआत करनी पड़ेगी कॉलेज एजुकेशन का मतलब सोसाइटी के लिए कुछ करे ऐसे बच्चे हम तैयार करे राजस्थान के लिए अच्छा संकेत है सरकारी कॉलेज में बच्चियों की संख्या बढ़ी है.


ये भी पढ़ें- Rajasthan Congress: मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास बोले- किसी एक चेहरे पर सरकार नहीं बनती, हमारे पास राहुल गांधी का चेहरा...


राजस्थान विश्वद्यिालय के कुलपति प्रो राजीव जैन ने कहा तीन टेक्निकल सेशन में हम कोशिश करेंगे की कैसे डिसिप्लेन को विश्वविद्यालयों में लागू किया जाए, सेमेस्टर सिस्टम को कॉलेज में प्रभावी करें एंट्री एक्सिस्ट ​सिस्टम लागू हो ,स्किल्स कोर्स पर कैसे फोकस करे आज राजस्थान विश्वविद्यालय पूरी तरह सक्षम है.


Reporter- Sachin Sharma