Rajasthan Breaking News:राजस्थान में जल जीवन मिशन में दो फर्मों ने इंजीनियर्स से मिलीभगत कर जमकर भ्रष्टाचार किया.पहला पदमचंद जैन, दूसरा शिवरतन अग्रवाल.ईडी ने पदमचंद के बेटे पीयूष जैन को गिरफ्तार कर लिया.पीयूष जैन पैसों की हेराफेरी करता था.


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अब ईडी की जांच संभवतया दूसरे ठेकेदार शिवरतन अग्रवाल पर टिकी है.दोनों गुटों पर ईडी ने तीन बार छापेमारी की.अब ईडी लगातार तथ्य जुटाकर कार्रवाई तेज कर दी है.अब ये माना जा रहा है कि ईडी की जांच शिवरतन अग्रवाल पर कार्रवाई कर सकती है.ईडी ने जल जीवन मिशन में 1200 करोड के घोटाले में शिवरतन अग्रवाल की फर्म जगदीश प्रसाद अग्रवाल के फर्म पर छापे मारे थे.



-जलदाय विभाग में टैंडरों में साइट विजिट की शर्त रखी गई


-शिवरतन अग्रवाल को शर्ते बदलकर दिए 1200 करोड के टैंडर
-550 करोड़ के ओटीएमपी,650 करोड़ के मेजर प्रोजेक्ट्स दिए


-साइट विजिट की शर्त से टैंडरों में पारदर्शिता पूरी तरह खत्म हुई
-बांसवाड़ा,डूंगरपुर,उदयपुर रीजन में मेहरबान हुआ था पीएचईडी


-पूरे मामले में शिवरतन अग्रवाल से ईडी कर चुकी पूछताछ
-अब पदमचंद के बेटे की गिरफ्तारी के बाद ईडी की जांच तेज


शिवरतन अग्रवाल का इंजीनियर्स से जलदाय विभाग ही नहीं बल्कि जल संसाधन विभाग में भी मिलीभगत कर करोडों के टैंडर हासिल किए.


-बीईई के सर्टिफिकेट से जगदीश प्रसाद फर्म को फायदा.
-ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी सर्टिफिकेट की शर्त से1000 करोड के टैंडर दिए.


-जिससे शिवरतन के सिंगल बिड या जाइंट वैंचर के टैंडर आवेदन हुए
-शिवरतन अग्रवाल के पास बीईई का सर्टिफिकेट था,इसलिए ये शर्ते बदली.


-दूसरी फर्में टैंडर में हिस्सा नहीं ले पाई,पारदर्शिता-प्रतिस्पर्धा नहीं हुई
-ये टैंडर अतिरिक्त सचिव,चीफ इंजीनियर भुवन भास्कर ने जारी किए थे.



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