Jaipur: जलदाय विभाग का पेयजल के अवैध कनेक्शनों के खिलाफ अभियान तेजी से आगे अब बढ़ रहा है. अवैध कनेक्शन होने के कारण वैध कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं की ओर से बिल भरने के बाद भी पूरा पानी नहीं मिल रहा है. इसके साथ ही टेल एंड पर पानी की किल्लत रहती है. इसलिए ये अभियान अब तेजी से आगे बढ़ रहा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये भी पढ़ें- बड़ी खबर! दीया कुमारी को वित्त-PWD तो किरोड़ी लाल मीणा को स्वास्थ्य की जिम्मेदारी, विभागों का बंटवारे पर लगी मुहर


ताकि गर्मियों में ना हो किल्लत-


गर्मियों में पानी की किल्लत ना हो,इसलिए सर्दियों में ही पानी के अवैध कनेक्शन के खिलाफ अभियान तेजी ले रहा है. जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ इंजीनियर अजय सिंह राठौड़ के निर्देश के बाद पूरे जयपुर शहर में अवैध कनेक्शन काटे जा रहा है.अब अभियान और तेजी से आगे बढेगा. अब तक 150 अवैध कनेक्शन काटे गए है. जिसमें से सबसे ज्यादा कनेक्शन मुरलीपुरा ,जगतपुरा और झोटवाड़ा इलाके में पाए गए.अतिरिक्त मुख्य अभियंता अजय सिंह राठौड़ का कहना है कि पूरे शहर में अभियान चला रहे है,जल्द ही इसका असर देखने को मिलेगा.


घर घर जाकर चेकिंग-
इस अभियान का असर भी अब दिखने लगा है.पिछले दिनों में 1700 नए कनेक्शन के लिए आवेदन भी किए गए है. विभाग ने एईएन स्तर पर टीम गठित की है. यह टीम घर-घर जाकर कनेक्शन की जांच कर रही है और उपभोक्ता से बिल मांगे जा रहे है.बिल नहीं देने पर हाथो हाथ कनेक्शन काटे जा रहे है.


कानूनी कार्रवाई भी हो सकती-
यदि उपभोक्ता के एक बार अवैध कनेक्शन काटने के बाद यदि दूसरी बार भी अवैध कनेक्शन करते है तो कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.ऐसे उपभोक्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी.यानी उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भी जाना पड़ सकता है.


ये भी पढ़ें- राजस्थान के नये मुख्य सचिव सुधांश पंत सचिवालय पहुंचे सुबह 9.40 बजे, कुर्सी पर बैठे दोपहर 3.15 मिनट पर, थी ये बड़ी वजह