Rajasthan Caste Census: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा कि है कि यदि उनकी पार्टी फिर सरकार बनती है तब राज्य में बिहार की तरह जाति आधारित जनगणना (Caste Census in Rajasthan) कराएगी. जिसकी जितनी आबादी उसको उतना हक इसको ध्यान में रखकर जातिगत जनगणना करवाएंगे. 


बिहार की तरह राजस्थान में जाति जनगणना - सीएम गहलोत


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बता दें कि देश-प्रदेश में जातिगत जनगणना (Caste Census)  को लेकर अब नई चर्चा छिड़ गई है. ताजा मांग राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरफ से की गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पहले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखा था कि आप देश में जातिगत जनगणना करवाएं. कांग्रेस ने रायपुर अधिवेशन में प्रस्ताव भी पास कर दिया कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए. इससे लोगों को आरक्षण व्यवस्था का सही लाभ मिल सकेगा.


वंचित वर्गों को आगे बढ़ाने का प्रयास- सीएम अशोक गहलोत 


 गहलोत ने कहा कि खुद उनकी तरफ से भी राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाते पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में जातिगत जनगणना की मांग की गई है. जनसंख्या के अनुपात ज्यादा होने पर उस वर्ग के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए बल्कि उन्हें ज्यादा अवसर मिलना चाहिए. सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा वंचित वर्गों को आगे बढ़ाने का प्रयास किया है. एससी के आरक्षण को 8 से बढाकर 16 प्रतिशत और एसटी के आरक्षण को 6 से बढाकर 12 प्रतिशत किया था.


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वर्ष 1998 में ओबीसी का आरक्षण ढंग से लागू हो पाया और पहली बार 21 प्रतिशत आरक्षण देने की शुरुआत की गई. अब आर्थिक रूप से पिछले सामान्य वर्ग को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जातिगत जनगणना हो ताकि उसी ढंग से सभी जाति और धर्म के लोगों को लाभ मिल सके.


गहलोत ने कहा राजस्थान के कांग्रेस सत्ता में आते ही बिहार में किए गए जातिगत सर्वेक्षण की तर्ज पर इस राज्य में भी जातिगत जनगणना कराई जाएगी.  गहलोत के इस बयान के गहरे राजनीतिक मायने हैं.