जयपुर: मुख्यमंत्री ने अगला बजट पेश करने के दिए संकेत, हिमाचल में पायलट ने की गहलोत की तारीफ
Rajasthan Politics: जयपुर लौटे अशोक गहलोत के एक ट्वीट ने राजस्थान में कई सियासी सवालों के जवाब दे दिए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अगले बजट के लिए नागरिकों से सुझाव मांगे हैं.
Jaipur: राजस्थान में कांग्रेस के सियासी घमासान के बीच शिमला में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के बाद कल शाम जयपुर लौटे अशोक गहलोत के एक ट्वीट ने राजस्थान में कई सियासी सवालों के जवाब दे दिए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर अगले बजट के लिए नागरिकों से सुझाव मांगे हैं. यानी एक तरीके से तस्वीर साफ है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार का अगला बजट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही पेश करने जा रहे हैं, इससे भी बड़ी बात यह है कि अशोक गहलोत के पिछले बजट की ओल्ड पेंशन स्कीम की गूंज हिमाचल के चुनाव में दिखाई दे रही है. राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट गहलोत सरकार की इस स्कीम की तारीफ करते हुए चुनाव में नजर आ रहे हैं.
राजस्थान में कांग्रेस सियासी घमासान को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है, लेकिन इन सबके बीच में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में एक तरफ जहां अगला बजट पेश करने को लेकर नागरिकों से सुझाव मांगे हैं. वहीं बड़ी बात ये भी है कि अशोक गहलोत के पिछले बजट की ओल्ड पेंशन स्कीम की गूंज हिमाचल के चुनावों में बड़ा चुनावी मुद्दा बन चुकी है. यहां तक कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी वहां चुनाव प्रचार में राजस्थान सरकार के इस फैसले की जमकर तारीफ कर रहे हैं. आज मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट के जरिए नागरिकों से अगले बजट के सुझाव मांगकर कई सारे सियासी सवालों के जवाब देने की कोशिश की है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा है कि 'युवा देश और प्रदेश की प्रगति का आधार हैं. युवाओं की रचनात्मक सोच, ऊर्जा और क्षमता से देश के विकास को नए आयाम दिए जा सकते हैं. साथ ही राजस्थान सरकार युवाओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास और रोजगार के लिए ऐतिहासिक फैसले ले रही है. मुख्यमंत्री युवा संबल योजना, डिजी फेस्ट, राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक, राजीव गांधी सेंटर फॉर एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस जैसे निर्णय इस दिशा में बड़े कदम हैं. मुख्यमंत्री का कहना है कि अब एक कदम और बढ़ाते हुए आगामी 2023-24 का बजट युवा वर्ग को समर्पित करने का निर्णय लिया गया है. आपके सुझाव बजट निर्माण में हमारे लिए महत्वपूर्ण है. गत बजट के लिए भी लगभग 45 हजार सुझाव प्राप्त हुए थे. आप सबके सुझाव आमंत्रित है.'
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पिछले बजट की घोषणाओं को लागू करने की दिशा में लगातार काम हो रहा है. राजस्थान मॉडल की चर्चा गुजरात और हिमाचल में भी सुनाई दे रही है. एक तरफ जहां गुजरात में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में राजस्थान सरकार की कई योजनाओं को शामिल किया है. वहीं हिमाचल प्रदेश में गहलोत की ओल्ड पेंशन स्कीम बड़ा चुनावी मुद्दा बन चुकी है. यहां तक कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट भी अपने चुनाव प्रचार में इस मुद्दे की बात कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता सचिन पायलट का कहना है कि, माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अगला बजट पेश करते हैं तो उसमें युवाओं के लिए बड़े महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं. रोजगार के बड़े अवसर राजस्थान के युवाओं को मिल सकते हैं. इन सबके बीच में उन तमाम सियासी कयासों पर भी विराम लग सकता है जिसके तहत ये कहा जा रहा है कि अब राजस्थान में कांग्रेस आला कमान बदलाव को लेकर कोई फैसला कर सकता है. कांग्रेस के सियासी पंडितों की अगर मानें तो हाल फिलहाल इस तरह की कोई संभावना नहीं है.
वर्तमान में गुजरात और हिमाचल चुनाव पर पार्टी का पूरा फोकस है. तीन से छह दिसंबर के बीच राजस्थान में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा प्रवेश करेंगी. 21 दिनों की इस यात्रा के दौरान राजस्थान में किसी भी तरह की कोई बगावत या बदलाव जैसी कवायद नजर नहीं आ सकती और उसके बाद अगर जनवरी में गहलोत बजट पेश करते हैं तो फिर जो भी डिसीजन होना है वो फरवरी तक चलने वाले बजट सत्र के बाद ही संभव है. कुल मिलाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आज का एक ट्वीट राजस्थान के सियासी बवंडर में कई सवालों का जवाब तो है. साथ ही कई तूफान लाने के लिए भी पर्याप्त है.
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