Rajasthan Election 2023: प्रदेश में कुल मतदान रहा 75.91 प्रतिशत, जानें जयपुर की सीटों के वोटिंग आंकड़ें
Rajathan Chunav 2023: जयपुर की 19 विधानसभा सीट पर मतदान केंद्र पर जाकर ईवीएम पर, होम वोटिंग और डाकमत पत्र के जरिए 75.91 पोलिंग हुई. मतदान के बाद जिला निर्वाचन से फाइनल आंकड़ें भी जारी हो गए हैं.
Rajathan Chunav 2023: लोकतंत्र के उत्सव में मतदाताओं ने पूरे उत्साह से भागीदारी निभाकर मजबूत संदेश दिया है. आधी आबादी से लेकर युवाओं ने इस बार जमकर मतदान किया है. वहीं, पुरुषों और महिलाओं ने कुछ विधानसभा क्षेत्रों में अपने ही पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए है.
मतदान के आंकडों की पिछले चुनाव से तुलना करने पर रोचक जानकारी सामने आई हैं. जयपुर जिले की 19 में से 9 सीटों पर महिलाओं का मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव से घटा, तो दस विधानसभा क्षेत्रों में पिछले चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में ज्यादा महिलाएं घर से निकली और मतदान केंद्र पर पहुंचकर लोकतंत्र के यज्ञ में वोटरूपी आहूति दी. इसी तरह पिछले चुनाव की तुलना में पांच सीटों पर पुरुषों का मतदान प्रतिशत घटा और 14 सीटों पर पुरुषों का मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी हुई.
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विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने लोकतंत्र में आहुति देने के मामले में जयपुर जिले में पिछले सभी रिकार्ड तोड़ते हुए 75.91 प्रतिशत वोटिंग की लेकिन इस बार जयपुर जिले में महिलाओं की वोटिंग पिछले चुनाव (विधानसभा चुनाव 2018) के मुकाबले गिरी है. इस बार जयपुर जिले की 19 में से 9 सीटों पर महिलाओं की वोटिंग कम हुई.
आमेर सीट पर इस बार 3 फीसदी महिलाओं की वोटिंग कम हुई, जबकि किशनपोल ऐसी सीट रही जहां महिलाओं की वोटिंग पिछले चुनाव की तुलना में 5.70 फीसदी बढ़ी है. जयपुर जिले की 19 सीटों में से कोटपूतली, शाहपुरा, चौंमू, झोटवाड़ा, आमेर, जमवारामगढ़, बगरू, बस्सी और चाकसू में इस बार महिलाओं की वोटिंग पिछले चुनाव के मुकाबले कम हुई है, जबकि शेष विराटनगर, फुलेरा, दूदू, हवामहल, विद्याधर नगर, सिविल लाइंस ,किशनपोल, आदर्श नगर, मालवीय नगर और सांगानेर में महिलाओं का वोट प्रतिशत बढ़ा है.
वहीं, पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत चाकसू, बस्सी, बगरू, आमेर, जमवारामगढ़ में गिरा है, जबकि शेष 14 सीटों कोटपूली, विराटनगर, शाहपुरा, चौमूं, फुलेरा, दूदू, झोटवाडा, हवामहल, विद्याधर नगर, सिविल लाइंस, किशनपोल, आदर्श नगर, मालवीय नगर, सांगानेर में पुरूषों के वोटिंग प्रतिशत में पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में बढ़ोतरी हुई है.
विधानसभा | पुरुष (2018) | महिला (2018) | पुरुष (2023) | महिला (2023) | अंतर पुरुष | अंतर महिला |
कोटपुतली | 75.99 | 77.87 | 76.01 | 77.51 | 0.02 | -0.36(घटा) |
विराटनगर | 71.5 | 76.19 | 73.87 | 77.96 | 2.37 | 1.77 |
शाहपुरा | 81.12 | 84.57 | 83.27 | 84.44 | 2.15 | -0.13(घटा) |
चौमूं | 83.32 | 84.42 | 84.05 | 83.15 | 0.73 | -1.27(घटा) |
फुलेरा | 74.38 | 76.27 | 77.52 | 78.07 | 3.14 | 1.8 |
दूदू | 78 | 75.62 | 80.14 | 77.27 | 2.14 | 1.65 |
झोटवाड़ा | 72.71 | 71.15 | 72.84 | 70.08 | 0.13 | -1.07(घटा) |
आमेर | 81.4 | 79.06 | 78.97 | 76.01 | -2.43(घटा) | -3.05(घटा) |
जमवारामगढ़ | 78.32 | 77.97 | 76.47 | 76.33 | -1.85(घटा) | -1.64(घटा) |
हवामहल | 74.33 | 70.74 | 77.27 | 75.22 | 2.94 | 4.48 |
विद्याधर नगर | 70.13 | 69.48 | 73.53 | 71.48 | 3.4 | 2 |
सिविल लाइन | 70.05 | 67.79 | 71.06 | 68.8 | 1.01 | 1.01 |
किशनपोल | 74.12 | 69.14 | 78.72 | 74.84 | 4.6 | 5.7 |
आदर्श नगर | 73.11 | 70.05 | 74.53 | 71.95 | 1.42 | 1.9 |
मालवीय नगर | 69.05 | 66.62 | 70.61 | 68.26 | 1.56 | 1.64 |
सांगानेर | 70.03 | 67.44 | 71.76 | 68.7 | 1.73 | 1.26 |
बगरू | 73.77 | 70.82 | 73.35 | 70.66 | -0.42(घटा) | -0.16(घटा) |
बस्सी | 82.15 | 78.60 | 79.81 | 76.86 | -2.34(घटा) | -1.79(घटा) |
चाकसू | 79.32 | 74.75 | 77.67 | 73.51 | 1.65(घटा) | -1.24(घटा) |
मतदान के बाद आंकडों पर नजर डाले तो जमवारामगढ़, सांगानेर, विद्याधर नगर, सिविल लाईन्स, किशनपोल, आदर्श नगर, मालवीय नगर ऐसी विधानसभा है, जहां के किसी भी बूथ पर 90 फीसदी से ज्यादा वोटिंग नहीं हुई. जबकि जयपुर की 12 विधानसभा सीट ऐसी रहीं, जिनके 87 बूथ पर 90 फीसदी से ज्यादा पोलिंग हुई.
शाहपुरा विधानसभा में सबसे ज्यादा 39 बूथों पर वोटिंग प्रतिशत 90 फीसदी से ऊपर रहा. कोटपूतली में नौ बूथ, विराटनगर में तीन बूथ, शाहपुरा में 39 बूथ, चौमूं में 11 बूथ, फुलेरा में सात बूथ, दूदू में तीन बूथ, झोटवाडा में एक बूथ, आमेर में दो बूथ, हवामहल में चार बूथ, बगरू में तीन बूथ, बस्सी में चार बूथ और चाकसू में एक बूथ पर 90 फीसदी से ज्यादा पोलिंग हुई.
जयपुर जिले के 19 विधानसभा सीटों पर 4 हजार 691 बूथों में से कोटपूतली के हंसियावास स्थित सरकारी स्कूल में बने बूथ संख्या 216 पर सबसे ज्यादा 97.09 फीसटी वोटर्स ने वोट किए. वहीं सबसे कम बस्सी के महात्मा गांधी सरकारी स्कूल अचलपुरा बस्सी में बूथ संख्या 156 में 0.09 फीसदी वोटिंग हुई. यहां स्थानीय मतदाताओं ने वोटिंग का बहिष्कार हुआ, जहां स्थानीय लोगों ने अपने मुद्दों को लेकर वोटिंग नहीं की. इसी तरह चाकसू के रूपवास सीनियर सैकंडरी स्कूल में बने बूथ संख्या 84 पर मतदान प्रतिशत 25.87 रहा और सिविल लाइन विधानसभा क्षेत्र के महात्मा गांधी गर्वेमेंट स्कूल आरएसी के पास पोलिंग स्टेशन नंबर 25 पर मतदान प्रतिशत 32.17 फीसदी रहा.
उधर जिले में ग्रामीण मतदाताओं ने मतदान में शहरी मतदाताओं से अधिक मतदान कर बाजी मार ली है. शहर-कस्बों की तुलना में इस बार के चुनाव में शहरी मतदाताओं से ज्यादा ग्रामीण मतदाताओं ने ज्यादा उत्साह दिखाया. शहरी क्षेत्रों से ज्यादा ग्रामीण बाहुल्य इलाकों में 5.41 प्रतिशत मतदान का ज्यादा रहा. बहरहाल, विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की भागदौड़ के बाद सब रिलेक्स हो गए. अब प्रत्याशी और उनके समर्थक पिछले चुनाव में बूथों पर मिले वोटों के साथ तुलना करने में जुट गए हैं. दिनभर बादलवाही और बूंदाबांदी के बीच चाय की चुस्कियों के साथ जिले और प्रदेश की सीटों को लेकर राजनीतिक पंडितों के रुझान आने लगे हैं. असली स्थिति तो 3 दिसंबर को मतगणना पर ही सामने आएगी.