Rajasthan CM : पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर जाकर मुलाकात की. खाचरियावास की पहले सचिन पायलट से नजदीकियां सब जानते हैं, हालांकि ये नजदीकियां कब दूरियों में बदल गयी से पता नहीं चला. कुछ दिन पहले ही खाचरियास सचिन पायलट को लेकर बेहद आक्रामक दिखे थे ऐसे में अचानक सचिन पायलट का उनके घर पहुंचना, क्या इशारा कर रहा है. चलिए समझते हैं.


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बहरहाल बदले समीकरण में ये कहना ही राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या कोई स्थायी दुश्मन नहीं होता सही रहेगा. वैसे को सचिन पायलट की तरफ से इस मुलाकात के बाद मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी गयी लेकिन खाचरियावास के सुर बदले जरूर नजर आए.


खाचरियावास ने कहा कि हम विधानसभा में भी एक ही टेबल पर बैठते हैं, वह मेरे घर पर आ गए इसमें कोई नई बात नहीं है. पायलट आए हैं तो जाहिर सी बात है कोई भजन कीर्तन तो करेंगे नहीं. सारी बातें हुई, सब बातें हुई है, लेकिन वो मैं बता नहीं सकता.


बताया गया है कि ये बैठक रात में करीब डेढ़ घंटे तक चली. इस बैठक को लेकर पायलट की ओर से कोई बयान नहीं आया. खाचरियावास ने सचिवालय में मीडिया से कहा कि पायलट के साथ बातचीत करना कोई नई बात नहीं है, क्योंकि वो और पायलट विधानसभा में एक ही बेंच पर बैठते हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि लंबे समय के बाद ये  मुलाकात जरूर हुई है.


इस मुलाकात के बाद खाचरियावास को गब्बर सिंह और अमरीश पुरी बताने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि  राजस्थान में नेता दो हैं, एक अशोक जी और दूसरे सचिन पायलट. सोनिया मुख्यमंत्री को बुलाती हैं तो पायलट को भी बुलाती है, दोनों को सुनती है, अब फैसला उनको करना है. बेहतर मुख्यमंत्री की बात पर गुढ़ा ने दूसरे विश्व युद्ध का उदाहरण देते हुए कि युद्ध के समय पीएम चर्चिल था, लेकिन शांति में उसको हटा दिया गया था. राजस्थान में भी कुछ इसी प्रकार की स्थिति है. प्रदेश में चुनाव लड़ने को देखते हुए मेरी नजर में सचिन पायलट ही बेहतर मुख्यमंत्री हैं.


इससे पहले सचिन पायलट और सोनिया गांधी की दस जनपथ पर मुलाकात हो चुकी थी जिसके बाद मीडिया से मुखाबित सचिन पायलट ने कहा कि उनका फोकस राजस्थान ही है. सचिन पायलट ने कहा कि हम सभी कड़ी मेहनत करके राजस्थान में 2023 का चुनाव जीतना चाहते हैं. हमें साथ काम करना होगा. जो भी फैसला लेंगे वो सोनिया गांधी ही लेंगी. अगले 12-13 महीनों में हम अपनी मेहनत से एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बना लेंगे.


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