Rajasthan cm on action :  सरकार बनने के बाद से सीएम भजनलाल शर्मा लगातार एक्शन में दिख रहे हैं. पहली प्रेस ब्रीफिंग में जनहित की बात करने वाले मुख्यमंत्री ने अब अधिकारियों की पहली बैठक में एक बार फिर से यह साफ कर दिया है कि उनकी सरकार में जनहित सर्वोपरि होगा.


फरियाद पर सुनवाई ज़रूर हो - सीएम भजनलाल शर्मा 


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सचिवालय के कॉन्फ्रेन्स हॉल में अधिकारियों को जनता की सरकार का मैसेज देते हुए सीएम ने कहा कि प्रदेश के किसी हिस्से से किसी भी दफ्तर में आई फरियाद पर सुनवाई ज़रूर हो. सीएम ने कहा कि सरकार का फोकस गुड गवर्नेन्स पर है और इसमें अधिकारियों की अहम भूमिका है.


सरकार में जनहित का कोई काम नहीं अटकेगा - सीएम भजनलाल


सरकार ने सरकार के साथ बैठक कर ली है. विधायिका के मुखिया ने कार्यपालिका और उसके मुखिया से बातचीत में साफ मैसेज दे दिया है. हालांकि पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद सीएमओ में मीडिया के साथ पहली ब्रीफिंग में भी सीएम भजनलाल ने साफ कर दिया था कि जनहित का काम उनकी सरकार में सर्वोपरि रहेगा. मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि उनकी सरकार में जनहित का कोई काम नहीं अटकेगा.


 राजस्थान में अब नहीं होगी लालफीताशाही -  सीएम भजनलाल


सचिवालय के कॉन्फ्रेन्स हॉल में अधिकारियों की मीटिंग में अधिकारियों ने परिचय देने के साथ ही अभी तक चल रहे कामकाज और प्रमुख योजनाओं का ब्यौरा दिया. अधिकारियों ने अपनी बात रख दी, लेकिन आमतौर पर अधिकारी कहते हैं कि सरकार चलाने में उनका कोई व्यक्तिगत ऐजेंडा नहीं, बल्कि सरकार के निर्वाचित मुखिया का मेंडेट ही सर्वोपरि होता है.


आमतौर पर ब्यूरोक्रेसी के मुखिया के रूप में मुख्य सचिव की ज़िम्मेदारी संभालने वाले अफसर कहते रहे हैं कि वे मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप ही काम करते हैं और करेंगे. ऐसे में अफसरों की मौजूदा टीम भी इसी सोच से काम करती दिखती है.


साथ ही यह सीएम भजनलाल की भी यही मंशा है कि जनता कि जिन भावनाओं को पूरा करने के लिए सरकार चुनी गई है. उस पर अधिकारी भी फोकस करें. आज की बैठक में सीएम ने बीजेपी के घोषणा पत्र को सरकार के मंशा पत्र का रूप देने पर भी चर्चा की.


अधिकारियों को ईमानदारी से काम करना होगा - सीएम भजनलाल


इससे पहले सांगानेर में विकसित भारत यात्रा के आगाज़ के कार्यक्रम में भी साफ कह दिया कि अधिकारियों को पूरी तत्परता और ईमानदारी से काम करना होगा. उन्होंने भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कही और यह भी मैसेज साफ दे दिया कि वे अधिकारियों के कामकाज के साथ ही विकसित भारत यात्रा में हो रहे काम पर भी रिपोर्ट लेंगे.


भले ही ब्यूरोक्रेसी खुद का कोई मेन्डेट नहीं होने की बात कहती हो, लेकिन कई बार राजनीतिक पार्टियों के लोग ब्यूरोक्रेसी के गैर ज़रूरी दखल के आरोप लगाते रहते हैं.


साथ ही आरोप यह भी लगते हैं कि अफसरशाही कब लालफीताशाही बन जाती है यह सरकार में बैठे लोगों को भी पता नहीं लगता है लेकिन इन सब बातों से इतर नई सरकार जनहित पर अपना फोकस कर रही है. यही कारण है कि सीएम भजनलाल जनहित को ही सर्वोपरि रखने की बात कर रहे हैं.