Rajasthan: पहली तिमाही में आए `पसीने`,राज्य सरकार के कमाऊ विभाग की हालत खराब
Rajasthan: 17 हजार करोड़ के राजस्व लक्ष्य वाले राज्य सरकार के दूसरे सबसे कमाऊ विभाग आबकारी विभाग को पहली तिमाही में ही पसीने आ गए हैं. आमतौर पर अप्रैल से जून की पहली तिमाही में विभाग प्लस में रहता है,लेकिन इस बार शुरुआत ही निगेटिव रही है. क्या हैं कारण.
Rajasthan: राज्य सरकार के कमाऊ विभाग की हालत खराब है.राज्य सरकार की उम्मीदों पर अक्सर खरा उतरने वाले आबकारी विभाग की पिछले 2 वित्त वर्ष से हालत खराब है. वित्त वर्ष 2021-22 में जहां विभाग राजस्व लक्ष्य पूरा करने में 1072 करोड़ रुपए से पीछे रहा था, और वित्त वर्ष 2022-23 में भी विभाग को राजस्व लक्ष्य से 1173 करोड़ रुपए की कमी रही.अब मौजूदा वित्त वर्ष में विभाग गारंटी राशि की पूर्ति करने में भी विफल साबित हो रहा है.
दरअसल अप्रैल से जून माह की पहली तिमाही में आबकारी विभाग गारंटी राशि में 118 करोड़ से पीछे रहा है.आबकारी विभाग को अप्रैल से जून की तिमाही में गारंटी का जितना लक्ष्य था,उसकी तुलना में 118 करोड़ रुपए की टूट रही है.
आबकारी विभाग के लिए यह टूट बड़ा झटका मानी जा रही है. दरअसल पिछले वर्षों का ट्रैक रिकॉर्ड देखें तो अप्रैल से जून की तिमाही में मदिरा और बीयर की खपत अधिक होती है,इसलिए विभाग का राजस्व गारंटी राशि से हमेशा अधिक रहता है.
पहली तिमाही में शॉर्टफॉल
- आबकारी विभाग की 2603.6 करोड़ की थी तिमाही गारंटी राशि
- अप्रैल से जून की इस अवधि में 2542.1 करोड़ गारंटी राशि की हुई पूर्ति
- इस दौरान 118 करोड़ राशि की रही गारंटी में टूट
- सर्वाधिक 18.3 करोड़ की टूट रही जयपुर शहर में
- सिरोही में 11.4 करोड़ का शॉर्टफॉल रहा
- अलवर में 10.2 करोड़, जोधपुर में 9.1 करोड़ का शॉर्टफॉल
राजस्व कम होने के पीछे आबकारी विभाग के अधिकारी इस बार कम गर्मी पड़ने को कारण मान रहे हैं. अप्रैल से जून की तिमाही में बीयर की बिक्री चरम पर होती है.लेकिन इस बार बरसात होने के चलते गर्मी अपेक्षाकृत रूप से कम रही. इस कारण बीयर की बिक्री की ग्रोथ बढ़ने के बजाय पिछले वर्ष से 3 लाख बल्क लीटर कम रही है.आईएमएफएल में 19 फीसदी और कंट्री लिकर में 8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. जबकि आरएमएल की बिक्री में 8 फीसदी नकारात्मक ग्रोथ देखी गई है.
पिछले साल से कितना कम राजस्व ?
- अप्रैल 2022 में 1274 करोड़ था राजस्व, अप्रैल 2023 में 815 करोड़
- मई 2022 में 1226 करोड़ था राजस्व, मई 2023 में 1196 करोड़
- जून 2022 में 1146 करोड़ था राजस्व
- जबकि जून 2023 में 16 जून तक के आंकड़ों में 628 करोड़ का राजस्व
आबकारी विभाग की पहली तिमाही में इस खराब परफॉर्मेंस से इस वित्त वर्ष में राजस्व की पूर्ति को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल राज्य सरकार ने आबकारी विभाग को 17 हजार करोड़ का राजस्व लक्ष्य दिया हुआ है,ऐसे में सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या आबकारी विभाग 17 हजार करोड़ के इस टारगेट को पूरा कर सकेगा.
Reporter- Kashiram Choudhary
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