Rajasthan: कॉनफैड को मसाला मेले से मिली संजीवनी, 2 करोड़ की बिक्री से संभला सहकारिता उपक्रम
राजस्थान ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों ने भी जयपुर के सहकार मसाला मेले को हिट कर दिया. मेले में पूरे 10 दिन तक जमकर भीड उमड़ी. कॉनफैड के मसाले मेले में अबकी बार नया कीर्तिमान स्थापित किया है.
Jaipur News: सहकारिता विभाग के मसाले मेले से अबकी साल जमकर मसाले महके. राजस्थान ही नहीं बल्कि दूसरे राज्यों ने भी जयपुर के सहकार मसाला मेले को हिट कर दिया. मेले में पूरे 10 दिन तक जमकर भीड उमड़ी. कॉनफैड के मसाले मेले में अबकी बार नया कीर्तिमान स्थापित किया है, जो कॉनफैड बंद होने के कगार पर एक बार फिर से मेले ने इस उपक्रम को संजीवनी दी है.
सहकार मसाला मेले में 9 दिन में 2 करोड़ के मसालों की बिक्री हुई है. मेले में 10 प्रकार के साबूत गरम मसाले, 13 परम्परागत मसाले, 27 प्रकार के इंस्टेंट मसाले, 5 प्रकार के परम्परागत साबूत मसाले, 16 प्रकार के आचार, 26 प्रकार के शर्बत, 5 प्रकार की ठण्डाई, 5 प्रकार के मुरब्बे, 7 प्रकार की सूची सब्जियां, ड्राईफ्रूट, डेयरी उत्पाद, खाद्यान्न एवं अनाज, तेल एवं अन्य खाने की सामग्री सहित कुल 164 प्रकार के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध कराए गए है.
यहां के खास मसालों ने बढ़ाया स्वाद
मेले में जैविक उत्पाद के साथ-साथ जैविक सब्जियां भी आम लोगों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है. सहकारिता के उपभोक्ता भंडारों जैसे जयपुर, कोटा, उदयपुर, राजसमंद, नागौर, जोधपुर, भरतपुर, अजमेर, बीकानेर, बूंदी के द्वारा क्षेत्र विशेष में उत्पादित हो रहे. खाद्यान्न और मसाले उचित मूल्य पर उपलब्ध कराए गए.
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इसके अलावा आर्गेनिक फूड फेस्टीवल में मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के कई जिलों से एक्जीबिशन लगाई गई. ऐसे में घाटे में चल रहा कॉनफैड को दोनो मेलों ने नई संजीवनी दी है.