Rajasthan Congress: राजस्थान में चुनावी साल है, कांग्रेस पार्टी अपने अलग-अलग विभागों के जरिए संगठन को धार देने में जुटी है.पार्टी ने भूतपूर्व सैनिक विभाग को भी सक्रिय कर दिया है. भूतपूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष और रिटायर्ड कर्नल रोहित चौधरी ने विभाग के जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों को विधानसभा चुनाव के नजरिए से गांव-गांव तक पहुंचने का आह्वान किया है.


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कर्नल रोहित चौधरी ने केंद्र सरकार को आधे हाथ लेते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले और उसके बाद बीजेपी ने मोदी सरकार के नाम पर जो भी वादे किए उनमें से अधिकांश वादों को पूरा नहीं किया.उन्होंने '' मेरी माटी, मेरा देश'' अभियान पर भी सवाल उठाए. कहा कि इस तरह सेना का राजनीतिक इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.


कांग्रेस का भूतपूर्व सैनिक विभाग चुनाव की वार फ्रंट पर आ गया है. विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश यूनिट की बैठक ली,जिसमें जिला अध्यक्षों के साथ ब्लॉक अध्यक्षों को भी बुलाया.हालांकि कार्यक्रम में संख्या बहुत ज्यादा नहीं थी,लेकिन फिर भी कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग के प्रतिनिधि अपनी मजबूती का दावा कर रहे हैं.


पूर्व सैनिकों से धोखा किया है


उनका कहना है की,'' जय जवान जय किसान'' का नारा लगाता था,लेकिन 3000 से ज्यादा दिन तो दिल्ली के जंतर मंतर पर पूर्व सैनिकों के धरने को हो गए हैं और सरकार ध्यान नहीं दे रही. रिटायर्ड कर्नल रोहित चौधरी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने वन रैंक वन पेंशन की बजाय वन रैंक मैनी पेंशन लागू की है और पूर्व सैनिकों से धोखा किया है.उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों को मोदी सरकार ने आज तक मिलने का समय नहीं दिया.


राजनीतिक इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए


इसके साथ ही कर्नल रोहित चौधरी ने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि सैनिकों के लिए एक्स सर्विसमैन कमीशन बनाया जाए.उन्होंने मेरी माटी मेरा देश अभियान पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय सेना का राजनीतिक इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.चौधरी ने कहा कि कई शहीदों के परिजन अपने गांव की माटी नहीं देने का मानस बना चुके थे,इसके चलते यह कार्यक्रम फेल भी हुआ है.उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार शहीदों के गांव की माटी के नाम पर कोई स्मारक बना दे तो उसे भी जुमला ही समझा जाए.


सैनिकों के साथ छलावा किया


उधर कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह का कहना है कि उनका संगठन जमीनी स्तर पर लगातार कम कर रहा है.गांव-गांव में जाकर राज्य सरकार के काम को बता रहा है,तो केंद्र सरकार ने सैनिकों के साथ जो छलावा किया है उसकी जानकारी भी सैनिक परिवारों और आमजन को दी जा रही है.


मांग पत्र तैयार 


वन रैंक वन पेंशन पहले भी सरकारों के गले की फांस रहा है.अब केंद्र सरकार इसे लागू करने का दवा तो कर रही है,लेकिन पूर्व सैनिक अभी भी इसे अधूरा बता रहे हैं.इसके साथ ही पूर्व सैनिकों ने वीरांगनाओं तथा सैनिक परिवारों से जुड़े मुद्दों पर अपना मांग पत्र तैयार किया है.उनका कहना है कि केंद्र सरकार ना तो पूर्व सैनिकों पर ध्यान दे रही है और ना शहीदों के परिवारों पर. इसीलिए पूर्व सैनिकों ने अपने मुद्दों को चुनावी मुद्दा बनाने की कवायद शुरू कर दी है और इसका झंडाबरदार बना है कांग्रेस का पूर्व सैनिक विभाग.


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