Rajasthan Crime: सरकारी अधिकारी को हनी ट्रैप में फंसा 10 लाख रुपये हड़पे, जानिए सनसनीखेज पूरा मामला
Rajasthan Crime: सरकारी अधिकारी को हनी ट्रैप में फंसा कर आरोपियों ने उससे 10 लाख रुपये हड़प लिए. पुलिस ने आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही मामले की जांच की जा रही है.
Rajasthan Crime: राजधानी जयपुर की शिप्रा पथ थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक सरकारी अधिकारी को हनी ट्रैप में फंसा 10 लाख रुपए हड़पने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए आरोपी पिता–पुत्र को गिरफ्तार किया है.
वहीं गिरोह के फरार चल रहे 2 अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है. DCP साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि पीडब्ल्यूडी के एक बड़े अधिकारी ने उनसे मुलाकात करके अवगत कराया कि एक गिरोह द्वारा उसे हनी ट्रैप में फंसा कर लाखों रुपए हड़पे गए हैं और प्रताड़ित किया जा रहा है.
अधिकारी इस कदर परेशान हो चुका था कि उसने आत्महत्या करने का मानस बना लिया था. DCP साउथ दिगंत आनंद के निर्देश पर शिप्रा पथ थाने में FIR दर्ज की गई और कार्रवाई करते हुए हनी ट्रैप गिरोह के दो सदस्य आरोपी पिता–पुत्र शेर सिंह मीणा और मस्तराम मीणा उर्फ भूरा को गिरफ्तार किया गया.
परिवादी ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2011 में करौली में पदस्थापित रहते हुए शेर सिंह से उसकी मुलाकात हुई थी. उसके बाद वर्ष 2018 में शेर सिंह की बेटी नरेंद्र कुमारी उर्फ नरसो ने उसे मिलने के लिए जगतपुरा बुलाया. जहां पर मस्तराम, नरेंद्र कुमारी, धर्मराज और शेर सिंह ने उसे कमरे में बंद कर दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 2 लाख रुपए हड़प लिए. उसके बाद लगातार उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर अब तक 10 लाख रुपए हड़प लिए. साथ ही ब्लैकमेल कर और राशि की मांग गिरोह द्वारा की जा रही थी.
पुलिस ने पूरे गिरोह को रंगे हाथ पकड़ने का प्लान तैयार किया लेकिन कार्रवाई की भनक लगने पर आरोपी जयपुर नहीं आए. जिस पर विशेष टीम ने दबिश देकर करौली से शेर सिंह और मस्तराम को गिरफ्तार किया. प्रकरण में फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.