Rajasthan Crime News:राजधानी के एयरपोर्ट थाना इलाके से 27 मई की शाम 9 माह के मासूम का अपहरण करने वाले आरोपी दंपति को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से अपहृत मासूम को सकुशल दस्तयाब कर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आरोपियों तक पहुंचाने के लिए पुलिस ने 500 से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला और साइबर सेल व टेक्निकल सेल के दिन रात मेहनत के चलते पुलिस वारदात का खुलासा करने में सफल हो पाई.


वारदात का खुलासा करते हुए डीसीपी ईस्ट कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि तूंगा थाना क्षेत्र के रहने वाले रमेश कुमार पिनारा और पायल ने बेटे की चाह में मासूम का अपहरण किया. आरोपी रमेश की पायल से दूसरी शादी हुई थी और पहली पत्नी से आरोपी को चार बेटियां हुई. 


पहली पत्नी से तलाक होने के बाद रमेश ने पायल से दूसरी शादी की और पायल से शादी करने के 7 साल बाद भी जब कोई संतान नहीं हुई तब उसने पायल के साथ मिल अपहरण की वारदात को अंजाम दिया. पूरी प्लानिंग के तहत आरोपी दंपति ने तीन से चार दिन टोंक रोड स्थित निर्माणाधीन पुलिया के आसपास के क्षेत्र की रेकी की और पीड़ित दंपति से बातचीत कर उन्हें एक बार खाना भी खिलाया. 



आरोपी दंपति ने पीड़ित दंपति से नजदीकियां बढ़ाते हुए उनके बारे में तमाम जानकारी हासिल की कि वह मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और यहां पर मजदूरी के काम से आए हैं. साथ ही आरोपी दंपति ने अपने बारे में किसी भी तरह की कोई जानकारी पीड़ित दंपति को नहीं दी और मौका मिलते ही पीड़ित दंपति के 9 माह के मासूम का अपहरण कर लिया.


9 माह के मासूम का अपहरण करने के बाद आरोपी दंपति मासूम को बाइक पर बैठा मालवीय नगर और परकोटे के रास्ते होते हुए घाट की गुनी टनल क्रॉस कर दौसा निकल गए. साथ ही पुलिस से बचने के लिए आरोपी ने बाइक पर नंबर प्लेट भी फर्जी लगा रखी थी. आरोपी दंपति ने दौसा में एक कमरा किराए से लिया और 9 माह के मासूम व अपनी पत्नी पायल को उस कमरे में छोड़कर आरोपी वापस तूंगा लौट आया. 


आरोपी दंपति मासूम को लेकर दिल्ली शिफ्ट होने की प्लानिंग कर रहे थे लेकिन इससे पहले ही पुलिस उन तक पहुंच गई और उनके मंसूबे पर पानी फिर गया. फिलहाल पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी दंपती से पूछताछ में जुटी है, क्या उन्होंने पूर्व में भी इस तरह से किसी मासूम के अपहरण की प्लानिंग या प्रयास किया इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.


9 माह के मासूम के अपहरण की वारदात जयपुर पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज साबित हो रही थी लेकिन चार दिन की मेहनत के बाद आखिरकार पुलिस ने वारदात को सुलझा लिया. वहीं बेटे की चाह में 9 माह के मासूम का अपहरण कर उसे उसके मां-बाप से छीनने का प्रयास करने वाले आरोपी दंपति को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.


यह भी पढ़ें:बिजली,पानी पर विपक्ष ने उठाए सवाल, तो भाजपा बोली संकट में भी राजनीति कर रही कांग्रेस