Rajasthan Election 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. मतदान प्रतिशत में इजाफा करने के लिए चुनाव आयोग और अपने पक्ष में वोट के लिए प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस दोनों की नजर यूथ वोट बैंक पर है. राजस्थान में 200 में से 132 सीटों पर इस बार यूथ निर्णायक की भूमिका में रहेगा. इन विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला युवा वोटर करेंगे. इन सीटों पर युवा मतदाता प्रदेश में किसी भी पार्टी की जीत-हार का गणित बदल सकते हैं. 


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आचार संहिता लगते ही निर्वाचन विभाग से लेकर जिला निर्वाचन और राजनीतिक दल पहले से ज्यादा सक्रिय हो गए हैं. मतदाता इस बार किसे विधानसभा तक पहुंचाते हैं, किसे नहीं परिणाम सामने आने पर ही स्पष्ट हो पाएगा, लेकिन राजस्थान में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में इस बार यूथ वोटर्स सबसे अहम है. इनकी संख्या इतनी है कि ये वोटर्स किसी भी पार्टी की सरकार को स्पष्ट बहुमत के साथ सत्ता में ला सकता है. चुनाव आयोग की रिपोर्ट पर नजर डाले तो राजस्थान 66 फीसदी विधानसभा में यूथ वोटर्स (18 से 39 साल की एजग्रुप) की संख्या 51 फीसदी या उससे ज्यादा है. राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में 132 सीटों पर यूथ वोटर्स निर्णायक है. जिलेवार स्थिति देखे तो दो ऐसे जिले हैं, जहां यूथ वोटर्स की संख्या किसी भी विधानसभा क्षेत्र में निर्णायक नहीं है यानी वहां 51 फीसदी से कम यूथ वोटर्स हैं. जबकि 12 ऐसे जिले है जहां की सभी विधानसभा सीटों पर यूथ वोटर निर्णायक है. चूरू-बूंदी प्रदेश प्रदेश के ऐसे हैं,  जहां 40 साल या उससे ज्यादा एजग्रुप के वोटर्स ज्यादा है. चूरू में 6 सीट है और यहां सभी पर 40 साल से ज्यादा उम्र के वोटर निर्णायक है. यहां की सादुलपुर और सरदारशहर सीट ऐसी है, जहां 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के वोटर्स की संख्या 50 हजार से ज्यादा है. वहीं बूंदी जिले की बूंदी शहर सीट ऐसी है, जहां यूथ वोटर्स की संख्या 51 फीसदी से थोड़ी कम है, जबकि केशवारायपाटन और हिंडौली यूथ वोटर्स की संख्या 51 फीसदी से कम है. 


निर्वाचन विभाग की मतदान सूची पर नजर डाले तो पूर्वी राजस्थान की धौलपुर, भरतपुर, सवाई माधोपुर, दौसा, टोंक के अलावा दक्षिण राजस्थान प्रतापगढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बारां और पश्चिम राजस्थान की बाड़मेर, जैसलमेर, सिरोही जिले की सभी सीटों पर यूथ वोटर्स की संख्या ज्यादा है. धौलपुर ऐसा जिला है, जहां की सभी विधानसभा में यूथ वोटर्स की संख्या 58 फीसदी से ऊपर है. वहीं, जैसलमेर की दोनों सीटों पर यूथ वोटर्स 55 फीसदी से ज्यादा है. राजधानी जयपुर की स्थिति देखे तो यहां 19 विधानसभा है, जिनमें से 10 सीट पर यूथ वोटर निर्णायक है. जयपुर शहर (नगर निगम एरिया को प्रभावित करने वाली सीटे) की 8 में से केवल 2 सीटे ऐसी हैं, जहां यूथ निर्णायक है. इसमें बगरू और आमेर सीट शामिल है. 


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हालांकि आमेर सीट का 80 फीसदी क्षेत्र जयपुर ग्रामीण इलाके में आता है, जबकि दूसरी बगरू सीट है, जिसका 30 फीसदी हिस्सा ग्रामीण इलाके में आता है. इसके अलावा मालवीय नगर, सिविल लाइन्स, झोटवाड़ा, विद्याधर नगर, आदर्श नगर, सांगानेर ऐसी सीटे है जहां यूथ वोटर्स की संख्या 51 फीसदी से कम है. गौरतलब हैं की 4 अक्टूबर को फाइनल मतदाता सूची के अनुसार, 5.27 करोड़ हो गए हैं. कुल मतदाताओं में 2.73 करोड़ पुरुष और 2.51 करोड़ महिलाएं हैं. 


इन विधानसभा में यूथ वोटर निर्णायक


जिले का नाम- कुल विधानसभा की संख्या- विधानसभा में यूथ वोटर्स ज्यादा (18 से 39 साल कुल वोटर का 51 से ज्यादा)


झालावाड़-------------4---------मनोहर थाना, डग
बारां----------------- 4---छबड़ा, बारां-अटरू, किशनगंज, अंता
कोटा-----------------6----रामगंज मंडी, लाडपुरा
भीलवाड़ा-------------7----मांडलगढ़, जहाजपुर, शाहपुरा, सराडा, मांडल, आसींद,
राजसमंद-------------4-----भीम
चित्तौड़गढ़------------5------निम्बाहेड़ा
प्रतापगढ़-------------2------प्रतापगढ़, धरियावद
बांसवाड़ा-------------5------कुशलगढ़, बागीडोरा, बांसवाड़ा, गढ़ी, घाटोल,
डूंगरपुर--------------4-------चौरासी, सागवाड़ा, आसपुर, डूंगरपुर,
उदयपुर------------- 8--------सलूंबर, उदयपुर ग्रामीण, खेरवाड़ा, झाडोल, गोगुंदा,
जालौर---------------5---------रानीवाड़ा
सिरोही---------------3----------रेवदर, पिंडवाड़ा, सिरोही
बाड़मेर---------------7----------चौहटन, गुढामनाली, सिवाना, पचपदरा, बायतू, बाड़मेर, शिव
जैसलमेर--------------2--------पोखरण, जैसलमेर,
जोधपुर---------------10-------बिलाड़ा, ओसिंया, शेरगढ़, लोहावट, फलौदी
पाली------------------6--------- पाली, जैतारण
नागौर-----------------10--------नावां, परबतसर, मकराना, खींवसर, नागौर, जायल, डीडवाना, लाडनूं
अजमेर------------------8---------केकड़ी, मसूदा, ब्यावर, नसीराबाद, पुष्कर, किशनगढ़,
टोंक--------------------4--------देवली-उनियारा, टोंक, निवाई, मालपुरा
सवाई माधोपुर-----------4---------खंडार, सवाई माधोपुर, बामनवास, गंगापुर
दौसा--------------------5---------लालसोट, दौसा, सिकराय, महुवा, बांदीकुई
करौली------------------4-----------सपोटरा, करौली, हिंडौन
धौलपुर------------------4------------राजाखेड़ा, धौलपुर, बाड़ी, बसेड़ी
भरतपुर-----------------7-------------बयाना, वैर, नदबई, भरतपुर, डीग-कुम्हेर, नगर, कामां
अलवर----------------11--------कठूमर, राजगढ़-लक्ष्मणगढ़, रामगढ़, अलवर ग्रामीण, थानागाजी, बानसूर, बहरोड़, मुंडावर, किशनगढ़बास, तिजारा,
झुंझुनूं----------------- 7----------------झुंझुनूं
सीकर------------------8-------------- श्रीमाधोपुर, खंडेला, दांतारामगढ़, धौंद, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर
जयपुर-------------------19------------चाकसू, बस्सी, बगरू, जमवारामगढ़, आमेर, फुलेरा, चौंमू, शाहपुरा, विराटनगर, कोटपूतली
बीकानेर-----------------7---------------नोखा, श्रीडूंगरगढ़, लूनकरणसर, कोलायत, खाजूवाला
गंगानगर------------------5--------------अनूपगढ़, रायसिंहनगर, सूरतगढ़
हनुमानगढ़----------------5--------------दरा, पिलीबंगा, हनुमानगढ़, संगरिया


बहरहाल, चुनाव में हर दल की नजर युवा मतदाताओं पर रहेगी. ये मतदाता चुनाव में हर दल की नजर में रहेंगे. हर सीट पर इन युवा मतदाताओं को अपने पाले में लाने के लिए वोट प्रतिशत बढ़ाने को सभी दलों की नजर रहेगी. इन मतदाताओं को अपने पाले में लाने के लिए हर पार्टी पूरे जोर लगाएंगी. युवा मतदाता मतदान के प्रति खुद तो जागरूक होते ही हैं, अपने परिजनों का भी ये शत प्रतिशत वोट डलवाते हैं. 


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