Rajasthan Election 2023: देश की हिफाजत में लगे सेना के जवान भी निभाएंगे अपना फर्ज, ई-पोस्टल बैलेट के जरिए करेंगे मतदान
Rajasthan election: प्रदेश में इस बार एक लाख 42 हजार से अधिक सर्विस वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 4852 महिला सर्विस वोटर्स हैं. इनमें सर्वाधिक सर्विस वोटर झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 8101 सर्विस वोटर हैं.
Rajasthan election: प्रदेश में इस बार एक लाख 42 हजार से अधिक सर्विस वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 4852 महिला सर्विस वोटर्स हैं. इनमें सर्वाधिक सर्विस वोटर झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ विधानसभा क्षेत्र में 8101 सर्विस वोटर हैं. जयपुर की 19 विधानसभा सीट की बात करें तो शहरी विधानसभा क्षेत्र में झोटवाड़ा और ग्रामीण में कोटपूतली में सबसे ज्यादा सर्विस वोटर हैं.
'लोकतंत्र के त्योहार' में भाग लेंगे जवान
घर, परिवार और रिश्तेदारों को छोड़कर सीमा पर देश की हिफाजत में लगे सेना के जवान भी 'लोकतंत्र के त्योहार' में सहभागिता कर सकेंगे. सेना के जवान, आर्म्ड फोर्सेज के अधिकारी जवान अपने निर्वाचन क्षेत्र का ई-पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान कर सकते है. जिन्हें सर्विस वोटर का नाम दिया गया है. जयपुर की शहरी विधानसभा क्षेत्र में 2904 और ग्रामीण में 7509 सर्विस बोटर है. जयपुर में झोटवाड़ा और ग्रामीण क्षेत्र में कोटपूतली में सबसे ज्यादा सर्विस वोटर है. अकेले जयपुर के लिए निर्वाचन अधिकारी की ओर से 10 हजार 413 ई-पोस्टल बैलेट जारी किए है.
कितने लाख पोस्टल बैलेट जारी?
मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से विधानसभा चुनाव-2023 के लिए प्रदेश में एक लाख 42 हजार 221 ई-पोस्टल बैलेट जारी किए गए है.जबकि वर्ष 2018 में सर्विस वोटर एक लाख 17 हजार 55 में से 28 हजार 908 सर्विस बैलेट मिले थे. सर्विस वोटर में केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईपीएफ), केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), असम राइफल, भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), जीआरईएफ, एसएसबी, एनएसजी, बीआरओ आदि शामिल है.
दूतावासों में सेवा देने वाले अधिकारियों के लिए सर्विस
इसके अलावा राज्य से बाहर तैनात व्यक्ति और देश से बाहर दूतावासों में सेवा देने वाले अधिकारियों भी इसी कैटेगरी में है. पोस्टल बैलेट इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट मैनेजमेंट सिस्टम (इटीपीबीएमएस) के जरिए भेजा जाता है. अपना मत देने के बाद यह डाक मतपत्र स्पीड पोस्ट से आरओ को भेजा जाता है.यूनिट ऑफिसर द्वारा 17 नवंबर तक ईटीबीपी ओटीपी के माध्यम से डाउनलोड कर सेवा नियोजित मतदाता को भेजना है. मतदाता की ओर से मतदान की कार्यवाही पूरी होने पर आरओ के पास भेजना होगा. ईटीबीपी संबंधित आरओ को 3 दिसंबर से पहले प्राप्त हो जाना चाहिए.
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विधानसभा क्षेत्र का नाम------------------------------------सर्विस वोटर्स को ई-पोस्टल जारी
कोटपूतली---------------------------------------------------2214
विराटनगर---------------------------------------------------1287
शाहपुरा------------------------------------------------------964
चौमूं----------------------------------------------------------902
फुलेरा---------------------------------------------------------804
दूदू------------------------------------------------------------582
झोटवाडा-------------------------------------------------------960
आमेर----------------------------------------------------------489
जवमारामगढ----------------------------------------------------385
हवामहल--------------------------------------------------------35
विद्याधर नगर-----------------------------------------------------693
सिविल लाइन-----------------------------------------------------124
किशनपोल--------------------------------------------------------23
आदर्श नगर-------------------------------------------------------39
मालवीय नगर------------------------------------------------------115
सांगानेर------------------------------------------------------------213
बगरू--------------------------------------------------------------213
बस्सी--------------------------------------------------------------256
चाकसू-------------------------------------------------------------115
कुल---------------------------------------------------------------10,413
इलेक्ट्रानिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट मिलेगा
जिला निर्वाचन अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने बताया की उम्मीदवारों की नामांकन प्रकिया पूरी होने के बाद पोस्टल बैलेट तैयार किया जाता हैं. इसमें उम्मीदवार का नाम, उसका फोटो और पार्टी का नाम अंकित होता हैं. यह इलेक्ट्रानिक पोस्टल बैलेट निर्वाचन अधिकारी द्वारा ईटीपीबी सिस्टम के माध्यम से सर्विस वोटरों के रिकॉर्ड ऑफिस में जाते हैं. सर्विस वोटर को एक पिन जारी होता हैं और इसी पिन के माध्यम से उन्हें इलेक्ट्रानिक ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट प्राप्त होगा. पारदर्शिता के लिए इलेक्ट्रानिक पोस्टल बैलेट, घोषणा-पत्र समेत लिफाफों तक पर क्यूआर कोड (क्विक रिस्पांस कोड) अंकित रहेगा. मतगणना के समय सबसे पहले इसी क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी. क्यूआर कोड मैच कर जाता है तो गिनती होगी अन्यथा पोस्टल बैलेट को निरस्त कर दिया जाएगा.
पहले पोस्टल बैलेट पेपर भेजा जाता था
बहरहाल, देश की हिफाजत करने के साथ सेना के जवान, आर्म्ड फोर्सेज के जवान-अधिकारी मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र के इस पर्व में अपनी हिस्सेदारी निभाएंगे. दरसअल पहले सर्विस वोटर के लिए पोस्टल बैलेट पेपर भेजा जाता था. लेकिन सैनिकों या सशस्त्र बल के जवान की दुर्गम इलाकों में तैनाती की वजह से मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं ले पाते थे. यदि मतदान कर भी दिया तो मतगणना की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पोस्टल बैलेट निर्वाचन अधिकारी तक पहुंचते थे.