Rajasthan Exit polls results 2023: तेलंगाना में मतदान खत्म होने के साथ ही 5 राज्यों के एग्जिट पोल में रूझान आ गये. राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम की वोटिंग पूरी होने के बाद एग्जिट पोल को लेकर लोगों में बेसब्री से इंताजर था. अब रिजल्ट की बारी है जो 3 दिसंबर को घोषित होंगे. 


एग्जिट पोल के बाद रिजल्ट की बारी (Turn of results after Rajasthan exit poll 2023)


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मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मतगणना के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कहा कि 3 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे तक पहला रुझान आने की संभावना है. वहीं गुप्ता ने एक आदेश जारी करते हुए कहा कि  प्रदेश में इको फ्रेंडली काउंटिंग करेंगे, कैंपस क्लीन करेंगे वहीं जुलूस को लेकर कहा कि मतगणना केंद्र के आसपास कोई जुलूस नहीं होगा.  5 दिसंबर जब तक रिपोर्ट राज्यपाल को नहीं दे देंगे तब तक आचार संहिता जारी रहेगी. 


प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मतगणना के बारे में दी जानकारी- निर्वाचन अधिकारी


 मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 की मतगणना के लिए मतगणना केन्द्रों पर माकूल व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं. उन्होंने बताया कि 3 दिसम्बर को सुबह 8 बजे से सभी केंद्रों पर पोस्टल बैलेट और 8.30 बजे से ईवीएम के माध्यम से मतगणना शुरू हो जाएगी.


199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 36 केंद्र


उन्होंने बताया कि 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सभी 36 केंद्रों पर मतगणना के लिए 1121 एआरओ की ड्यूटी लगाई गई है. जयपुर, जोधपुर एवं नागौर में दो-दो केंद्रों पर और शेष 30 निर्वाचन जिलों में एक-एक केंद्र पर वोटों की गिनती की जाएगी.


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गुप्ता ने बताया कि 51890 मतदान केन्द्रों पर ईवीएम में प्राप्त मतों की गणना के लिए मतगणना केन्द्रों पर 2524 टेबल लगाई गई है. इनमें कुल 4245 राउंड में मतों की गिनती का कार्य पूरा होगा. शिव विधानसभा क्षेत्र के लिए मतगणना सर्वाधिक 41 राउंड तक चलेगी, जबकि अजमेर दक्षिण के लिए मतगणना 14 राउंड में ही पूरी हो जाएगी.


1121 एआरओ की ड्यूटी लगाई गई 


उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल और उसके आस-पास के क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए हैं. मतगणना प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा इंतजामों के तहत केन्द्रीय पुलिस बल और आरएएसी की व्यापक तैनाती की जाएगी. उन्होंने बताया कि मतगणना स्थल पर प्रवेश के लिए त्रि-स्तरीय सुरक्षा की व्यवस्था की गई है ताकि मतगणना स्थल पर किसी तरह का कोई व्यवधान नहीं आए.


ईवीएम की सुरक्षा के लिए तैनात किए गये केन्द्रीय पुलिस बल


मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि केन्द्रीय पुलिस बलों की 40 कम्पनियां ईवीएम की सुरक्षा के लिए और आरएसी की 36 कम्पनियां मतगणना केन्द्रों पर तैनात रहेंगी. आरएएसी की 99 कम्पनियां विभिन्न जिलों में कानून-व्यवस्था के मद्देनजर तैनात की जाएगी.


इन चुनावों में कुल 4 लाख 36 हजार 664 मतदाताओं ने पोस्टल बैलट का उपयोग किया है, जिसमें से 80 वर्ष से अधिक उम्र के 49 हजार 365, दिव्यांग श्रेणी के 11 हजार 656 एवं आवश्यक सेवाओं के 4 हजार 427 तथा मतदान प्रक्रिया में जुटे 3 लाख 71 हजार 166 मतदाता शामिल है.


‘मैंडेटरी वैरीफिकेशन‘ पद्धति भी लागू


गुप्ता ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि आयोग के निर्देशों की पालना करते हुए परिणाम बिना किसी त्रुटि एवं देरी के समय रहते घोषित किए जाएं. उन्होंने कहा कि मतगणना में पूर्ण निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अपनाई जा चुकी ‘मैंडेटरी वैरीफिकेशन‘ पद्धति को भी लागू किया जाएगा.


इसमें संपूर्ण मतगणना के बाद प्रत्येक विधानसभा के मतदान केंद्रों से लॉटरी से 5-5 वीवीपैट का चयन कर उसकी पर्चियों की गणना कर, ईवीएम से प्राप्त मतों से मिलान किया जाएगा.