Rajasthan Dam News: राजस्थान में मानसून के प्रवेश के बाद से ही राज्य के बांधों की सूरत बदलने लगी है. अच्छी बारिश होने पर मरूधरा को भीषण गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन ये राहत बांधों तक भी पहुंचने लगी है. राज्य के बांधों की तस्वीर ऐसे बदल रही है.जैसे-जैसे मानसून आगे बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे राजस्थान के बांधों की तस्वीर बदलने लगी है.


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25 जून को प्रदेश में बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावाड़ के रास्ते मानसून की एंट्री हुई. जिसके बाद झमाझम बारिश से राजस्थान के बांधों की सूरत बदल रही है. राज्य के बांधों में अच्छी बारिश के बाद पानी की आवक होने लगी है. कई बांध तो ऐसे हैं, जो ओवरफ्लो हो चुके हैं. जयपुर समेत चार जिलों की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध में 24 प्रतिशत से बढ़कर 29 प्रतिशत तक पानी पहुंच गया है. यानि बांध में 14 कस्बे और 3310 गांवों के लिए एक महीने का पानी आया है.


 



मानसून के बाद कितनी बदली तस्वीर


मानसून से पहले खाली बांध- 487, मानसून के दौरान खाली बांध- 426, मानसून से पहले आंशिक भरे हुए बांध-197, मौजूदा आशिंक भरे हुए बांधों की स्थिति- 250, मानसून से पहले पूर्ण रूप से भरे हुए डैम- 4, अब पूर्ण रूप से भरे हुए बांधों की स्थिति- 15 है.


 



जुलाई में होगी पानी की आवक


वहीं पिछले 24 घंटे में चूरू के तारानगर, सिद्धमुख, करौली में बहुत हैवी रेनफॉल हुआ है. वहीं श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में भारी बारिश हुई है. मानसून पूरे राजस्थान में छा गया है. जिसका नतीजा है कि पिछले 24 घंटे के भीतर बांधों में 204 एमक्यूएम पानी की आवक दर्ज की गई है. वहीं 22 बड़े बांधो में पानी की मात्रा 43 प्रतिशत से बढ़कर करीब 47 फीसदी तक हो गई है. वहीं कोटा बैराज बिल्कुल फुल हो चुका है. ऐसे में आने वाले दिनों में मानसून की तस्वीर और बदलेगी.