Jaipur: आखिर क्यों हुआ आमेर महल में इसके संचालन पर विरोध,जानिए पूरा मामला
Jaipur: जयपुर के आमेर महल में हथिनी गौरी के संचालन पर लोगों ने विरोध जताया.अक्टूबर महीने में हथिनी गौरी ने एक दुकानदान रूप नारायण गुप्ता को सूंड से मारकर गंभीर घायल कर दिया था.
Jaipur: आखिर जयपुर के आमेर महल में हथिनी के संचालन का विरोध क्यों हुआ. आपको बता दें कि 5 महीने के बाद एक अप्रैल से हथिनी गौरी के आमेर महल में राइडिंग कराने की अनुमति मिलने पर लोगों ने विरोध जताया.ऐसे हथिनी जो किसी भी पर्यटक को दुर्घटनाग्रस्त कर सकती है ऐसी हथिनी को राइडिंग की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए.
आमेर महल प्रशासन ने बताया कि वन विभाग और पशु मेडिकल बोर्ड की अनुमति के बाद ही आमेर महल में हथिनी गौरी को राइडिंग की अनुमति दी गई है.
घायल के बडे भाई तुलसी नारायण गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2022 दिपावली पर्व पर हथिनी गौरी सुबह आमेर महल में सफारी के लिए जा रही थी.आमेर बस स्टैंड पर कूलवाल मिष्ठान के दुकानदार रूपनारायण कूलवाल दुकान पर बैठे थे.रोजाना की तरह सुबह हथिनी गौरी को कुछ ना कुछ खाने को देते थे लेकिन उस दिन अचानक हथिनी गुस्से में आकर रूपनाराण को सूंड से मारकर गंभीर घायल कर दिया.
इस घटना मेरे भाई की दो पसलिया,एक हाथ,एक पैर फैक्चर हो गई.जिसका अभी भी एसएमएस अस्पताल से इलाज जारी है.घटना के बाद आमेर महल प्रशासन ने हथिनी गौरी को महल में पर्यटकों की सफारी के लिए पाबंदी लगा दी थी.महल प्रशासन ने 5 महिने के बाद हथिनी गौरी के महल में संचालन की अनुमति देने की जानकारी मिली तो हमने इसका विरोध जताया.ऐसी हथिनी किसी भी पर्यटक के साथ कभी भी दुर्घटनाग्रस्त कर सकती है.
घायल रूप नारायण गुप्ता के परिजनों सहित अन्य लोगों ने विरोध जताते हुए कहा कि जब तक उनका भाई ठीक नहीं हो जाता तब तक हथिनी को महल में राइडिंग की अनुमति नहीं दें.इसके लिए घायल के परिजनों द्वारा आमेर थाने में हथिनी के महल में राइडिंग रोकने की मांग की.
आमेर पुलिस ने महल में हथिनी की राइडिंग की जानकारी आमेर महल प्रशासन से ली तो बताया गया कि वन विभाग और पशु मेडिकल बोर्ड द्वारा हथिनी गौरी को संचालन के लिए फिटनेस प्रमाण पत्र जारी कर दिया है.उसके बाद ही महल में राइडिंग की अनुमति दी गई है.
हाथी मालिक उमरद्दीन ने बताया कि हथिनी गौरी रोजाना की तरह उस दिन भी आमेर महल राइडिंग के लिए जा रही थी.दुकानदार द्वारा हर रोज की तरह कुछ ना कुछ खाने को देते थे.लेकिन उस दिन गर्म कचौरी दे दी तो हथिनी गुस्से में आकर सूंड से मार गिराया.
ऐसे में महावत ने तुरंत हथिनी को काबू में कर हाथी स्टेंड ले गया.दुकानदार के मारने की घटना पर आमेर महल प्रशासन ने हथिनी गौरी की महल में राइडिंग पर रोक लगा दी.
जब हम आमेर महल प्रशासन से मिलकर राइडिंग की मांग की तो उन्होंने मेडिकल फिटनेस कराने की बात कहीं उसके बाद ही महल में संचालन की अनुमति मिल सकेगी.हम लोगों ने हथिनी का मेडिकल कराया तो मेडिकल बोर्ड ने हथिनी के फिट होने का प्रमाण पत्र जारी कर दिया.उसके बाद ही महल में संचालन के लिए हथिनी को फिर से संचालित किया.
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