Rajasthan News: राजस्थान में नाकाबिल अफसरों के कारण सरकार को राज्य का खर्च चलाने के लिए करोड़ो का लोन लेना पड़ा है.इन अफसरों के कारण राजस्थान कंगाली के रास्ते में चला गया है.


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राजस्थान की पुरानी सरकार यानी गहलोत सरकार से ही वित्त विभाग के नाकालिस अफसरों ने प्रदेश को कर्ज लेने के लिए मजबूर कर दिया है.भजनलाल सरकार ने वित्त वर्ष अप्रैल और मई महिने में प्रदेश का कर्ज चलाने के लिए 12000 करोड़ रुपए का लोन बाहरी बाजार से लिया है.



इस कर्ज में से लगभग 4 हजार करोड़ सिर्फ सरकार ब्याज चुकाने में उपयोग किया गया है. इस समय सरकार के हालात ऐसे हैं कि सरकारी योजनाओं का पैसा कई माह से जारी नहीं हुआ है.



प्रदेश इस प्रकार का मंजर आ गया है कि सरकार ने सिर्फ रूटीन खर्च के लिए बाजार से लोन उठाया है.चुनाव के दौरान प्रदेश में आचार संहिता लगी हुई थी,जिससे पूरी तरह से काम बंद था.



आचार संहिता में किसी प्रकार का काम ना होने के बावजूद भी सरकार द्वारा हजारों का कर्ज लेना बड़ी परेशानी का विषय बना हुआ है.प्रदेश के हालात इस प्रकार से खराब है कि सरकारी कर्मचारियों का पैसा भी कई महिनों से रुका हुआ है.



सरकार कर्मचारियों को उनका  एरियर और लीव एनकेशकमेंट का पैसा भी नहीं दे पा रही है.आपको बाता दें कि केंद्र सरकरा द्वारा मई और जुन महिने में राजस्थान सरकार को सेंट्रल टैक्सेस शेयर के रूप में 400 करोड़ से ज्यादा पैसा दिया गया है.सरकार को इस कंगाली में पहुंचाने वाले कर्मचारी ही सरकारी खजाने पर कुंडली मारे बैठे हैं.राजस्थान सरकार रिव्यू सिस्टम पूरी तरह फेल नजर आ रहा है.


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