Rajasthan News: राजस्थान के जयपुर में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में संयोजनम-2024 कार्यक्रम का समापन समारोह कार्यक्रम हुआ. कार्यक्रम के अंतिम दिन 2500 से अधिक आयुर्वेद चिकित्सक, शिक्षक, छात्रों ने एक साथ मिलकर चरक संहिता के श्लोका पढ़े और विश्व कीर्तिमान बनाया. इसमें खास बात ये भी रही कि चरक संहिता के श्लोका पढ़ने वालों में कई विदेशी स्टूडेंट्स ने भी हिस्सा लिया. 


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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी मौजूद रहीं. वहीं राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की. उनके साथ राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलपति प्रोफेसर प्रदीप कुमार प्रजापति, विश्व आयुर्वेद परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर गोविंद सहाय शुक्ल समेत अन्य अतिथि मौजूद रहे.



कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि सरकारें बहुत आई पर किसी ने आयुर्वेद के लिए नहीं सोचा. लेकिन अब लोग आयुर्वेद और योग के बारे में जानना चाहते हैं. covid के बाद तो प्रमाणित हो गया कि आयुर्वेद क्या करा सकता है, कितना कारगर है. युवा भी अंग्रेजी दवाई से डरने लगे हैं और वे भी अब आयुर्वेद और योग से जुड़े हैं.



हमारी कोशिश रहेगी कि आयुष मंत्रालय के साथ मिलकर आयुर्वेद को पर्यटन के साथ जोड़ने का काम करेंगे. NIA वाइस चांसलर प्रोफेसर संजीव शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद का लगातार विस्तार हो रहा है. लोगों में जागृति आ रही है, जिसको देखते हुए पंचकूला के साथ राजस्थान में भी 6 इंस्टिट्यूट आयुर्वेद के चल रहे हैं. इसमें और विस्तार किए जाएंगे.