Rajasthan News: कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के समय दो साल राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल हुए थे. प्रदेश में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल 2022 में 31 करोड़ की राशि खर्च हुई, वहीं राजीव गांधी और शहरी ग्रामीण ओलंपिक खेल 2023 में 155 करोड रुपए खर्च हुए. विधानसभा में इन खेलों पर हुए खर्च को लेकर मामला उठा था.


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विधानसभा के बजट सत्र में मामला उठाया गया था कि विभाग के बजट का 4 गुना राशि एक कार्यक्रम में खर्च कर दी गई. इसमें भी करीब 126 करोड़ रुपए टी-शर्ट खरीदने में खर्च हुए.खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने वित्त विभाग से ऑडिट करवाने के साथ ही अनियमितताओं की जांच करवा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया था.


इस मामले को लेकर हाल ही 9 फरवरी को प्रमुख सचिव युवा मामले और खेल ने वित्त विभाग को पत्र लिखकर राजीव गांधी ग्रामीण खेल ओलंपिक की जांच करवाने की मांग की थी, इस पत्र के आधार पर वित्त विभाग ने इस मामले की जांच करवाने का निर्णय लिया.


 इसके बाद वित्त अंकेक्षण विभाग सचिव की ओर से स्थानीय निधि अंकेक्षण निदेशक को जांच आदेश जारी किए गए. ग्रामीण ओलंपिक 2022-23 में खर्च की पूरी जांच करवाने के निर्देश दिए गए. वित्त विभाग ने आयोजन पर खर्च, खरीद-टेंडर प्रक्रिया की जांच करने के लिए कहा गया.


एक महीने में करनी होगी जांच 


वित्त विभाग सचिव नरेश कुमार ठकराल की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि विशेष जांच एक महीने में पूरी कर ली जाएगी. जांच रिपोर्ट अलग से चार प्रतियों में वित्त विभाग को भेजने के भी निर्देश दिए गए हैं. अब जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि इतने बड़े स्तर पर आयोजित किए गए राजीव गांधी ग्रामीण खेल ओलम्पिक में किस प्रकार का भ्रष्टाचार हुआ था या नहीं.


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