Jaipur News:  राज्य में दलहन-तिलहन की खरीद के लिए कृषक पंजीयन की सीमा को 10 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है. इस निर्णय से चने के लिए राज्य के 21 जिलों के 116 केन्द्रों पर 23966 किसान एवं सरसों के लिए 9 जिलों के 25 केन्द्रों पर 54732 किसान कुल 78698 किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा.


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सहकारिता मंत्री ने बताया कि 24 अप्रैल तक 17 हजार 258 किसानों से 36993 मीट्रिक टन चना एवं सरसों की खरीद की गई है. जिसकी राशि 204 करोड़ रूपये है. 5415 किसानों को 63 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है. शेष के भुगतान प्रक्रिया जारी है. उन्होंने बताया कि राज्य के अधिक से अधिक किसान ई-मित्र या खरीद केन्द्र पर जाकर पंजीयन कराये ताकि समर्थन मूल्य का लाभ मिल सके.


 2 लाख 63 हजार किसानों का हुआ पंजीयन
उन्होंने बताया कि 20 मार्च से पंजीयन प्रारंभ किये गये है और अब तक 1 लाख 41 हजार 104 किसानों ने पंजीयन कराया है. जिसमें 61 हजार 170 सरसों तथा 79 हजार 934 चना के लिए है. 60868 किसानों को उपज बेचान की तिथि आवंटित कर दी गई है. भारत सरकार से प्राप्त लक्ष्यों के क्रम में सरसों के लिए लगभग 6 लाख एवं चना के लिए लगभग 2 लाख 63 हजार किसानों का पंजीयन किया जा सकता है.


सहकारिता मंत्री आंजना ने बताया कि भारत सरकार के जरिए सरसों खरीद रहे 15.19 लाख मीट्रिक टन एवं चना खरीद हेतु 6.65 लाख मीट्रिक टन के लक्ष्य स्वीकृत किये गये है. सरसों एवं चना का घोषित समर्थन मूल्य क्रमशः 5450 एवं 5335 है.


 पंजीयन करवायें शीघ्र
प्रबन्ध निदेशक राजफैड़ श्रर्मिला राजोरिया ने बताया कि किसान क्रय केन्द्र/ई-मित्र के माध्यम से आवश्यक दस्तावेजों सहित यथा (गिरदावरी, बैंक पासबुक, जन-आधार कार्ड) पंजीयन शीघ्र करवायें ताकि उन्हें जिन्स तुलाई के लिए प्राथमिकता पर तारीख दी  की जा सके. उन्होंने बताया कि किसान फसल को सुखाकर अनुज्ञय मात्रा की नमी का साफ-सुथरा कर एफ.ए.क्यू. मापदण्डों के अनुरूप चना-सरसों तुलाई हेतु क्रय केन्द्रों पर लाये. किसानों की समस्या समाधान के लिये किसान हेल्पलाईन नम्बर 18001806001 भी स्थापित किया हुआ है जहां किसान सम्पर्क कर अपनी समस्या का निराकरण प्राप्त कर सकते है.


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