Rajasthan News: बांध बरेठा वन्य अभ्यारण क्षेत्र में अवैध खनन,एनजीटी में पेश रिपोर्ट से हुआ खुलासा
Rajasthan News: एनजीटी में पेश कि गयी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है,हजारों करोड़ के लाल पत्थर का खनन किसके इसारे पर किया गया है. इस अवैध खनन के जरिए 400 करोड़ से अधिक का लाल पत्थर निकाला जा चुका है.
Rajasthan News: एनजीटी में पेश कि गयी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है, बांध बरेठा वन्य अभ्यारण क्षेत्र में किया गया 6 किलोमीटर क्षेत्र में अवैध खनन का मामला अब तूल पकड़ रहा है. हजारों करोड़ के लाल पत्थर का खनन किसके इसारे पर किया गया है.
अगल से पानी की पाइपलाइन तक बिछा दी है
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के गृहक्षेत्र में आने वाले में खनन माफियाओं ने सीमा से परे जाकर अभ्यारण क्षेत्र में 6 किलोमीटर तक अवैध खनन किया हैं. बांध बरेठा वन्य अभ्यारण क्षेत्र से अब तक हुए इस अवैध खनन के जरिए 400 करोड़ से अधिक का लाल पत्थर निकाला जा चुका है. माफियाओं ने यहां पर अवैध खनन के लिए ना केवल हाइड्रोलिक खनन फावड़े, पोकलैन जैसी हैवी मशीनों का प्रयोग किया है,बल्कि खनन में पानी की जरूरत के लिए अगल से पानी की पाईपलाइन तक बिछा दी है. ये खुलासे एनजीटी भोपाल के आदेश से गठित संयुक्त जांच कमेटी की रिपोर्ट से सामने आए है.
साइट पर 6 किलोमीटर तक अवैध खनन किया गया
अरुण शर्मा की शिकायत पर एनजीटी ने 15 जनवरी को मामले की जांच के लिए संयुक्त कमेटी का गठन किया था, शुक्रवार को संयुक्त कमेटी ने अपनी जाचं रिपोर्ट एनजीटी के समक्ष पेश कर दी हैं. कमेटी ने पाया है कि स्थानीय गुण्डों और माफियाओं ने वन विभाग और प्रशासन के सपोर्ट से भारी मात्रा में अवैध खनन किया है इसके लिए बकायदा अगल अगल साइट पर 6 किलोमीटर तक अवैध खनन किया गया है.
अंदाजा लगाया जा रहा है कि पिछले कुछ समय में ही यहां से निकाले जाने वाले लाल पत्थर के जरिए हजारों करोड़ का पत्थर अवैध तरीके से निकाला जा चुका है. मामले में अब 4 मार्च को एनजीटी सेन्ट्रल जोन में सुनवाई होगी.
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