जयपुर न्यूज: राजधानी जयपुर के चौमूं में ACP के पद पर तैनात IPS सुजीत शंकर का तबादला होने के बाद आज उन्हें विदाई दी गई. पुलिस थाने में विदाई समारोह का कार्यक्रम रखा गया. जहां थानाधिकारी प्रदीप शर्मा सहित पुलिस स्टाफ मौजूद रहा.


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इस दौरान IPS सुजीत शंकर ने अपने खट्टे और मीठे अनुभव पुलिस स्टाफ के साथ साझा किये. उन्होंने कहा कि अपराध पर अंकुश लगाना पुलिस का पहला काम है. करीब चार माह तक प्रवीक्षाकाल (probationary period) के दौरान ACP के पद पर उन्होंने चौमूं में सेवाएं दी हैं. जो उन्हें हमेशा याद रहेगी. प्रवीक्षाकाल पूरा होने के बाद सुजीत शंकर को पुलिस अधीक्षक के तौर पर गंगापुर सिटी में पहली पोस्टिंग दी गई है. चौमूं इलाके में भी IPS सुजीत शंकर अपनी कार्यशैली की छाप छोड़कर गए हैं.


बता दें कि बीते 3 दिन पहले राज्य सरकार के कार्मिक विभाग का एक आदेश जारी हुआ. जिसमें 65 आईपीएस अधिकारियों की तबादला सूची जारी हुई. ऐसे में भारत-पाक सरहद पर बसे सीमावर्ती जिले जैसलमेर में पुलिस कप्तान की कमान संभाले विकास सागवान का भी स्थानांतरण जैसलमेर से हनुमानगढ़ कर दिया गया. इस आदेश के बाद जैसलमेर में पुलिस महकमें के साथ ही लोगों में भी काफी नाराजगी नजर आई. 


युवा आईपीएस विकास सागवान ने जैसलमेर में 3 जून 2023 को पदभार संभाला था और महज 8 महीने में इन्होंने कई बड़े चोरी, डकैती, हत्या जैसे मामलों का खुलासा किया. वहीं शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के चलते सुर्खियों में बने रहे. विकास सागवान का क्राइम पर जीरो टॉलरेंस जो लक्ष्य रहा उसे वे पूर्णता सार्थक करते हुए नजर आए.


आईपीएस विकास सागवान की कार्यशाली ने जैसलमेर की जनता का दिल जीता.  16 फरवरी 2024 को राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने एक आदेश जारी किया जिसमें राज्य के 65 आईपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर की सूची जारी हुई और इसमें विकास सागवान भी शामिल थे.  विकास सागवान का ट्रांसफर जैसलमेर से हनुमानगढ़ हो गया. सोशल मीडिया पर जब ये समाचार सामने आए तो सोशल मीडिया पर विकास सागवान के कार्यों की बखानों की झड़ी लग गई. पुलिस महकमे में एक बार से मायूसी छा गई.