Bisalpur Dam:बीसलपुर बांध के 6 गेटों से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा,बर्बाद पानी से बुझ पाती 4 जिलों की 4 महीने की प्यास
Bisalpur Dam: बीसलपुर बांध के 6 गेटों से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. बर्बाद पानी से 4 जिलों की 4 महीने की प्यास बुझ पाती. जानिए पहली बार बीसलपुर बांध के 18 गेट कब खुले थे?
Bisalpur Dam: 4 दिन से बीसलपुर बांध से गेट खुले हैं. अभी बीसलपुर के 6 गेटों से 36 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है. त्रिवेणी नदी 3.80 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है. बीसलपुर के गेट से पानी उफान मार रहा है. त्रिवेणी नदी से अब तक 2260 क्यूसेक तक पानी छोड़ा गया है. वहीं लोकल कैचमेंट एरिया से 33800 क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की गई है.
करीब 4 से 5 महीने का पानी बीसलपुर से छोड़ा जा चुका है. इस पानी से अजमेर,जयपुर,दौसा,टोंक जिलों 4-5 पानी पानी पी सकता था. ड्राउन स्ट्रीम में और बांध बने हुए नहीं है, जिस कारण हर सैकंड बीसलपुर से पानी बर्बाद हो गया है.
कब-कब ओवरफ्लो हुआ बांध,कितना पानी छोड़ा
बीसलपुर बांध जब से बना तक से 7वीं बार गेट खोले गए. 1996 में बांध के निर्माण के बाद पहली बार बीसलपुर बांध के गेट 2004 में खोले गए. जब 26 टीएमसी पानी छोड़ा गया था. दूसरी बार 2006 में 43 टीएमसी,2014 में 11 टीएमसी,2016 में 135 टीएमसी पानी छोड़ा गया.
2016 में पहली बार ऐसा हुआ जब बांध के सभी 18 गेट खोले गए. इसके बाद आज तक 18 गेट नहीं खुले. 2019 में 93 टीएमसी,2022 में 13.2 टीएमसी पानी छोड़ा गया. इस साल 2024 में अब तक 6 गेट खोलकर लगातार पानी की निकासी की जा रही है.
38.7 टीएमसी भराव क्षमता-
बीसलपुर बांध की ऊंचाई 315.50 आरएल मीटर है,जिसकी भराव क्षमता 38.7 टीएमसी है.जलदाय विभाग को जनता की प्यास बुझाने के लए 16.20 टीएमसी पानी मिलता है.इसके अलावा 80 हेक्टेयर सिंचाई के लिए किसानों को 8 टीएमसी पानी उपलब्ध करवाया जाता है. बाकी पानी वाष्पीकरण के कारण उड़ जाता है. बीसलपुर से सबसे ज्यादा जयपुर को 535 एमएलडी पानी की सप्लाई होती है,उसके बाद अजमेर,टोंक-उनियारा की सप्लाई की जा रही है. रोजाना करीब 1000 mld पानी की सप्लाई बीसलपुर बांध से की जाती है.