Rajasthan News: राजस्थान के जयपुर में बीसलपुर पेयजल प्रोजेक्ट पीएचईडी के लिए बेकाबू हो गया है.पानी की पाइप लाइन में लीकेज से बार-बार शटडाउन लिया जा रहा है,लेकिन इसके बावजूद लीकेज ठीक होने का नाम नहीं ले रही है.जलदाय विभाग ने जैसे ही पानी चालू किया,वैसे ही सिस्टम लीक हो गया.आखिर क्यों पीएचईडी को बीसलपुर लाइन की बीमारी पकड़ नहीं आ रही.


लाइफलाइन,शटडाउन और लीकेज


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लाइफलाइन,शटडाउन और लीकेज.बीसलपुर की बीमारी बेकाबू हो चुकी है.सिस्टम का लीकेज फिर प्रोजेक्ट की पाइप लाइन से बहने लगा.जयपुर की लाइफ लाइन बीसलपुर परियोजना गंभीर बीमारी से जूझ रही है और कभी भी फिर से वेंटीलेटर पर जा सकती है,इसलिए जयपुरवासी अपने पानी की व्यवस्था खुद कर ले,जलदाय विभाग के भरोसे बिल्कुल भी ना रहिए.क्योकि क्या पता कल फिर से बीसलपुर परियोजना की तबियत खराब हो जाए? 


कल ही बीसलपुर की मुख्य लाइन से दो लीकेज को ठीक कर सुबह 4 बजे शटडाउन खत्म होने के बाद पंप चालू किए.शाम होते-होते जलदाय मंत्री महेश जोशी ने इंजीनियर्स की पीठ थपथपाई,लेकिन कुछ देर बाद में बीसलपुर प्रोजेक्ट की लाइन से सूरजपुरा के 5 किलोमीटर पर ठीक किया लीकेज फिर से लीक हो गया.


कम समय में वाहवाही लूटने की कोशिश?


GCKC फर्म पर मेंटिनेंस के सालाना 6 करोड़ रुपए का खर्चा सरकार कर रही है.लेकिन इसके बावजूद फर्म पेट्रोलिंग नहीं कर रही है.इस लीकेज पर PHED ने सफाई दी है कि 400 एमएम की लाइन पर "600 MM की जैकेटिंग की जा रही है.लेकिन सवाल ये है कि जब घंटो शटडाउन लेकर लीकेज को ठीक लिया तो फिर से क्यों लीकेज हो गया है,क्या कम समय में लीकेज को ठीक कर वाहवाही लूटने की कोशिश थी? 


क्या एक बार फिर से एसई सतीश जैन फिर से फेल हो गए? इतने फेलियर के बावजूद बीसलपुर प्रोजेक्ट के अधीक्षण अभियंता पर मेहरबानी थमने का नाम ही नहीं ले रही? जलदाय मंत्री महेश जोशी कहते है कि वित्त विभाग को दूसरी लाइन बिछाने के प्रस्ताव के लिए फाइल भेजी हुई है,इसके बाद शटडाउन जैसी स्थिति कम हो जाएगी,लेकिन जब तक तो इसी लाइन के भरोसे पानी पीना ही पड़ेगा.


क्षमता 1050,सप्लाई 550 एमएलडी


सबसे हैरानी बात ये है कि बीसलपुर जयपुर पेयजल प्रोजेक्ट की क्षमता 1050 एमएलडी की है,लेकिन फिलहाल 550 एमएलडी तक ही पानी की सप्लाई इस लाइन से की जा रही है,जबकि अगले महीने करीब 220 एमएलडी तक पानी की क्षमता और बढेगी.ऐसे में सवाल ये है कि जब बीसलपुर की पाइप लाइन 550 एमएलडी तक ही नहीं झेल पा रही तो 820 एमएलडी कहां से झेल पाएगी?


ये भी पढ़ें- Rajasthan- मेवाड़ यूनिवर्सिटी में छात्र को चंद्रयान 3 की सफलता का जश्न मनाना पड़ा भारी, कश्मीरी छात्रों ने धारदार हथियारों से किया हमला