Rajasthan News : ज्योति मिर्धा की PM मोदी से मुलाकात के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म, KC वेणुगोपाल की जगह कौन जाएगा राज्यसभा?
Rajasthan Politics : ज्योति मिर्धा की PM मोदी से मुलाकात के बाद राजस्थान में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है, कि KC वेणुगोपाल की जगह अब राज्यसभा कौन जाएगा?
Rajasthan News : राजस्थान में खाली हुई राज्यसभा की एक सीट के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. यह सीट कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई थी. जिसकी वजह से 3 सितंबर को होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है.
बीजेपी और कांग्रेस से कौन उम्मीदवार होंगे, इस पर राजनीतिक चर्चाएं जोरों पर हैं. खबरें आ रही हैं कि बीजेपी की तरफ से पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को उम्मीदवार बनाया जा सकता है. ज्योति मिर्धा ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है, और उनकी उम्मीदवारी को लेकर संकेत मिले हैं कि उन्हें हरी झंडी मिल चुकी है.
ज्योति मिर्धा का मारवाड़ के प्रभावशाली मिर्धा परिवार से है संबंध
ध्यान देने लायक बात यह हैस, कि ज्योति मिर्धा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा की साली हैं. ज्योति मिर्धा मारवाड़ के प्रभावशाली मिर्धा परिवार से संबंधित हैं. उनके दादा, नाथूराम मिर्धा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रह चुके हैं. माना जा रहा है कि बीजेपी जातीय समीकरण को ध्यान में रखते हुए ज्योति मिर्धा को राज्यसभा की सीट के लिए उम्मीदवार बना सकती है.
बीजेपी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना
हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और इस परिप्रेक्ष्य में ज्योति मिर्धा को राजस्थान से राज्यसभा की एकमात्र सीट के लिए बीजेपी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है. हालांकि, पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, और कांग्रेस से बीजेपी में आए पूर्व मंत्री लालचंद कटारिया भी इस सीट के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं.
राजस्थान से एक राज्यसभा सीट खाली
कांग्रेस के वेणुगोपाल के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद राजस्थान से एक राज्यसभा सीट खाली हो गई है, और इस सीट के लिए चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी है. चुनाव 3 सितंबर को होने वाले हैं. राज्यसभा की इस सीट पर जीत के लिए 99 वोटों की आवश्यकता है, और इस संख्या के आधार पर बीजेपी की स्थिति मजबूत दिखाई दे रही है. बीजेपी के पास 114 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 66 विधायक हैं. इसलिए, इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत लगभग निश्चित मानी जा रही है.