Rajasthan News : डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रदेश के वक्फ संपत्तियों से जुड़े कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि वे प्रदेशाध्यक्ष की अनुमति से इस मुद्दे को उठाने आए हैं, जो इस समय देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है. उन्होंने वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर बोला कि कई प्रभावशाली लोगों ने वक्फ की जमीनों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया और खुर्द-बुर्द कर दिया है.


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डॉ. मीणा ने स्पष्ट किया कि इसमें आम मुसलमान का कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों ने वक्फ की जमीनें बेची हैं. उन्होंने कहा कि वक्फ विधेयक संसद में लाया जा रहा है और कुछ लोग इसके खिलाफ संगठित रूप से विरोध कर रहे हैं. उन्होंने विशेष रूप से फ़ज़ल उर रहीम के नाम का जिक्र करते हुए उनके 'कारनामों' का पर्दाफाश करने की बात कही.


इन नेताओं पर लगाए आरोप



मीणा ने मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, सलमान खुर्शीद और शरद पवार सहित कई नेताओं पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि एक QR कोड के माध्यम से आम मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने फजल उर रहीम और उनके परिवार पर कांग्रेस से गहरे संबंध होने का आरोप लगाया. उनके अनुसार, फजल की बेटी सुल्ताना कांग्रेस में महिला महासचिव हैं और उनके दामाद मोहम्मद सोहेल प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य हैं.


 फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेच रहे वक्फ संपत्तियां



मीणा ने यह भी दावा किया कि फजल उर रहीम के भाई फर्जी दस्तावेजों के जरिए वक्फ संपत्तियों को बेच रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जामिया हिदाया ट्रस्ट के जरिए 2005 से फर्जी इकरारनामे के माध्यम से जमीनें बेची जा रही हैं. उन्होंने पुलिस के लिए आवंटित जमीन पर भी अवैध कब्जा करके कॉलोनी बसाने का आरोप लगाया, जिसमें एक खास धर्म के लोगों को बसाया गया. उन्होंने बताया कि इस मामले में पांच अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं. डॉ. किरोड़ी ने कहा कि इन सभी गतिविधियों का उद्देश्य देश में माहौल को बिगाड़ना है और इसके लिए कांग्रेस से जुड़े लोग जिम्मेदार हैं.


30 अवैध बूचड़खाने हुए स्थापित



डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मेवात और आस-पास के क्षेत्रों में अवैध कॉलोनियों और बूचड़खानों के निर्माण को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कामां नगर, अशरफ कॉलोनी, जामिया नगर, कबीर नगर, इबादत नगर, मदीना नगर, हिदायत नगर, कलाम नगर, रंगरेज सिटी, एमके विहार, डायमंड नगर और स्टार सिटी जैसी कई अवैध कॉलोनियां विकसित की गई हैं. ये कॉलोनियां 900 बीघा जमीन पर बनाई गई हैं, जिसमें 40 मस्जिदें और 30 अवैध बूचड़खाने पिछली सरकार के कार्यकाल में स्थापित किए गए.


डॉ. मीणा ने आरोप लगाया कि सड़वा मोड़ पर "नया पाकिस्तान" नामक एक नया इलाका विकसित कर दिया गया है, जहां की जनसंख्या संरचना (डेमोग्राफी) पूरी तरह बदल चुकी है. उन्होंने कहा कि यहां मेवात से आए लोग बसे हैं और संभावना है कि रोहिंग्या भी इस क्षेत्र में आकर बसे हों, हालांकि इसकी पुष्टि के बाद ही यह कहा जा सकेगा.


हिंदुओं को रोकने के लिए मुसलमानों को बसाया



मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ऑडियो-वीडियो भी प्रस्तुत किया, जिसमें दिखाया गया कि हिंदुओं को रोकने के लिए मुसलमानों को यहां बसाना आवश्यक माना जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरी योजना के पीछे फ़ज़ल उर रहीम का हाथ है, जो गल्फ देशों से करोड़ों रुपये जुटा रहे हैं और इस प्रक्रिया में विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम (FCRA) का उल्लंघन कर रहे हैं.


मीणा ने यह भी दावा किया कि फ़ज़ल उर रहीम ने बॉम्बे मर्केंटाइल बैंक की एमआई रोड ब्रांच के साथ मिलकर अवैध तरीके से पैसे का लेन-देन किया. उन्होंने कहा कि मुंबई में फ़ज़ल के ट्रस्ट ने आदिवासी समुदाय की 500 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा कर लिया है. इस मामले को लेकर डॉ. मीणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने की बात कही है और कहा कि वे इस गड़बड़ी से जुड़े सारे दस्तावेज पीएमओ को सौंपेंगे. डॉ. मीणा ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि ऐसे उन्माद फैलाने वाले व्यक्तियों पर समय रहते सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.


मीणा ने दावा किया कि 17 जमीनें ऐसी हैं जो मंदिर माफी, चारागाह या अन्य सरकारी भूमि हैं, जिनका कानूनी तौर पर बेचान नहीं किया जा सकता. इन जमीनों को अवैध रूप से बेचा गया है, जिसमें गोविंद देव जी के मंदिर की मंदिर माफी की जमीन पर भी अवैध प्लॉट काटे गए हैं. इस मामले में पांच मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जिनमें से चार में एफआर (फाइनल रिपोर्ट) लगाई जा चुकी है.