Rajasthan News: राज्य में सड़क सुरक्षा को लेकर अब परिवहन विभाग ने कवायद तेज कर दी है. प्रदेश में पुलिस के संसाधन मजबूत कर प्रवर्तन कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा. साथ ही चिकित्सा संसाधनों को भी रोड सेफ्टी फंड से मजबूत किया जाएगा. वहीं प्रचार-प्रसार का जिम्मा परिवहन विभाग और शिक्षा विभाग का रहेगा.


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प्रदेश में अब सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में कमी के लिए परिवहन विभाग ने समन्वित प्रयास शुरू कर दिए हैं.  विभाग द्वारा इसके लिए पुलिस विभाग. चिकित्सा विभाग. सार्वजनिक निर्माण विभाग. शिक्षा विभाग से समन्वय कर गतिविधियां संचालित की जा रही हैं.



दरअसल परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग के सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ के पास करीब 100 करोड़ रुपए का सालाना फंड उपलब्ध रहता है. इस बार इसका अधिकांश हिस्सा चिकित्सा संसाधनों को सुदृढ़ करने और पुलिस के संसाधन बढ़ाते हुए उसके प्रवर्तन कार्यों को बढ़ावा देने पर खर्च किया जाएगा. परिवहन विभाग की पिछले दिनों हुई मीटिंग में सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ के 100 करोड़ से अधिक फंड के उपयोग और क्रियान्विति पर मुहर लगा दी गई है. परिवहन विभाग जहां इसकी सबसे अधिक राशि पुलिस को मुहैया कराई जाएगी, वहीं दूसरी सबसे अधिक राशि चिकित्सा विभाग को दी जाएगी. प्रदेश में पुलिस अब न केवल प्रवर्तन कार्रवाई करेगी. बल्कि हादसे होने की स्थिति में मरीज को बेसिक लाइफ सपोर्ट देने और घायलों की मदद तत्परता से करेगी. वहीं जयपुर ही नहीं. प्रदेशभर में ट्रॉमा सेंटर्स के संसाधनों को सुधारा जाएगा.
 


जानिए. कैसे मजबूत होगी पुलिस. चिकित्सा ?


- पुलिस के लिए 10 करोड़ खर्च से 50 हाईवे पेट्रोलिंग वाहन खरीदे जाएंगे


- 100 इंटरसेप्टर मय उपकरण खरीदे जाएंगे. 26 करोड़ खर्च होंगे.


- ओवरस्पीडिंग रोकने को 100 नाइट विजन युक्त हैंड हैल्ड स्पीड गन मिलेंगी.


- पुलिस को 100 मोटरसाइकिल, 500 ब्रैथ एनालाइजर भी दिए जाएंगे.



- 200 पुलिस थानों में जवानों को बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग दी जाएगी


- आरयूएचएस मेडिकल कॉलेज जयपुर में स्किल लैब की स्थापना होगी


- जोधपुर के मथुरादास माथुर चिकित्सालय में न्यूरो सर्जरी OT के लिए 6.5 करोड़


- कांवटिया अस्पताल जयपुर के लिए ट्रोमा सेंटर उपकरण 1.41 करोड़


- एसएमएस अस्पताल जयपुर में रिहेबिलिटेशन एवं रिसर्च सेंटर पर 23 करोड़


- एसएमएस के ट्रॉमा सेंटर में सिविल. इलेक्ट्रिक कार्य पर 7.07 करोड़ खर्च होंगे


- 9.77 करोड़ से विभिन्न जिलों में सड़कों के ब्लैक स्पॉट सुधारे जाएंगे


- बारां. बांसवाड़ा. डूंगरपुर. जयपुर ग्रामीण. झुंझुनूं व जोधपुर में ब्लैक स्पॉट हटेंगे



- उच्च माध्यमिक स्कूलों में सड़क सुरक्षा जागरुकता के लिए 9.18 करोड़?


- स्कूलों में पोस्टर. स्लोगन. पेंटिंग आदि जागरुकता प्रतियोगिताएं होंगी.


परिवहन विभाग का मुख्य कार्य राजस्व अर्जित करना है, लेकिन सड़क सुरक्षा जागरुकता गतिविधियों को भी विभाग द्वारा प्रमुखता से किया जाएगा. इसके लिए सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ से प्रत्येक आरटीओ और डीटीओ कार्यालय को बजट आवंटित किया गया है. वहीं परिवहन उड़नदस्तों को हाईटेक करने के लिए भी कैमरे खरीद के लिए फंड दिया जाएगा.



परिवहन विभाग क्या करेगा ?


- सड़क सुरक्षा के लिए प्रति RTO 5 लाख. प्रति DTO 2 लाख का बजट


- बारां DTO में 37 लाख की लागत से ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक निर्माण


- परिवहन उड़नदस्तों के लिए 10 बॉडी वोर्न और 2 व्हीकल माउंटेड कैमरे


- जिला कलक्टर सांचौर के प्रस्ताव पर 55 लाख से 2 क्रेन दी जाएंगी


- अधीक्षण अभियंता शाहपुरा द्वारा स्कूलों के सामने दिशा बोर्ड. स्पीड ब्रेकर कार्य