Rajasthan News: राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले 21 जिलों को बड़ी सौगात मिल सकती है.  BJP कोर कमेटी की बैठक में कुछ ऐसे ही संकेत देखने को मिले हैं. दरअसल विधानसभा उपचुनाव की घोषणा से पहले भजनलाल सरकार PKC-ERCP योजना के पहले फेज का शिलान्यास PM नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी कर रही है. 


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BJP कोर कमेटी की बैठक में इसे लेकर भी चर्चा हुई. जिससे इसके जरिये भी सरकार मतदाताओं को साधने का प्रयास करेगी. पार्वती-कालीसिंध-चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट का कार्य दो चरणों में होगा. इसके निर्माण पर 70 हजार करोड़ से ज्यादा की लागत आएगी. पहले चरण का काम चार साल में पूरा होगा. वर्ष 2028 तक बीसलपुर और ईसरदा बांध तक चंबल का पानी लाने की योजना है. 


 



वहीं दूसरे चरण का काम पहले चरण के बीच में ही शुरू किया जाएगा. सरकार दूसरे चरण पर भी वर्क कर रही है. इस परियोजना से 158 बांध-तालाब और अन्य जल स्रोतों तक पानी पहुंचेगा. 21 जिलों के लिए जल संसाधन विभाग ने नए सिरे से तैयार डीपीआर में छोटे-बड़े बांधों के अलावा तालाब और अन्य जल स्रोतों को भी जोड़ा है.


 



क्या है PKC-ERCP परियोजना


राजस्थान में ERCP (ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट) किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है. इस परियोजना से राजस्थान के 21 जिलों की प्यास बुझेगी. साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए भी पानी उपलब्ध होगा. इस परियोजना का नाम बदलकर अब पार्वती-कालीसिंध-चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट कर दिया गया है. राजस्थान में भाजपा सरकार बनते ही इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार के साथ MOU साइन हो चुका है.



इन जिलों को होगा फायदा


पार्वती-कालीसिंध-चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट योजना से राजस्थान के 21 जिलों को पानी मिलेगा. जिसमें कोटा, अजमेर, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर, जयपुर, टोंक, झालावाड़, बारां, बूंदी तो पहले से शामिल हैं. इसके अलावा बीजेपी सरकार ने आने के बाद दूदू, कोटपूतली-बहरोड़, डीग, शाहपुरा, केकड़ी, ब्यावर और गंगापुर को भी इसमें शामिल किया है.