Rajasthan: गर्मियों में ट्रेनें फुल, रेलवे ने शुरू की 66 समर स्पेशल, फिर भी राहत नहीं
Rajasthan: स्कूल-कॉलेजों में गर्मियों की छुट्टियां चल रही हैं.लोग ठंडी जगहों पर या धार्मिक स्थलों पर भ्रमण के लिए बड़ी संख्या में बुकिंग कर रहे हैं.इस कारण ट्रेनों में अब ज्यादातर रूटों पर लम्बी वेटिंग चल रही है. वहीं, हवाई यात्रा में भी चुनिंदा रूट को छोड़ दें तो ज्यादातर शहरों के लिए हवाई किराया आसमान पर है.
Rajasthan: जून माह में छुट्टियों के इस सीजन में हर वर्ष की तरह इस बार भी ट्रेनों में सीटें नहीं मिल रही हैं. लम्बी दूरी की ज्यादातर ट्रेनें फुल चल रही हैं. दरअसल आम यात्रियों के लिहाज से ट्रेन के सफर को सुविधाजनक और कम खर्चीला माना जाता है. वहीं, ट्रेनें फुल होने और लम्बी वेटिंग के चलते यात्री हवाई सफर के लिए भी रुख कर रहे हैं, लेकिन बढ़े हुए किराए के चलते फ्लाइट्स में सफर करना जेब पर भारी पड़ रहा है.
ये बढ़ोतरी स्थाई रूप से की गई
रेलवे प्रशासन ट्रेनों में नॉन एसी कोच कम करके एसी कोच बढ़ाने पर जोर दे रहा है, लेकिन इसके बावजूद भी ट्रेनों में कंफर्म सीट नहीं मिल पा रही है. हाल ही रेलवे प्रशासन ने अजमेर-बांद्रा टर्मिनस,अजमेर-दादर, जयपुर-गोमती नगर (लखनऊ), जयपुर-भोपाल आदि ट्रेनों में 2-2 स्लीपर कोच हटाकर 2-2 थर्ड एसी इकोनॉमी कोच लगाए हैं. वहीं, 1-1 थर्ड एसी इकोनॉमी कोच अतिरिक्त रूप से लगाया गया है. ये बढ़ोतरी स्थाई रूप से की गई है.
3 थर्ड एसी इकोनॉमी कोच लगाए गए
इसके अलावा जयपुर-असारवा सुपरफास्ट में भी स्लीपर कोच घटाकर 3 थर्ड एसी इकोनॉमी कोच लगाए गए हैं. वहीं, दूसरी तरफ ट्रेनों में नॉन एसी कोच कम किए जाने से स्लीपर श्रेणी का कोटा कम हो रहा है. वहीं, आपातकालीन कोटा भी कम हो गया है. पर्यटन स्थलों वाली ट्रेनें ही नहीं,बल्कि धार्मिक स्थलों को जोड़ने वाली ट्रेनों में भी सीटें फुल चल रही हैं.
66 समर स्पेशल ट्रेन, फिर भी राहत नहीं
- यात्रियों की मांग के हिसाब से स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही
- मुंबई, पुणे, एर्नाकुलम, चेन्नई, कोयंबटूर, बेंगलुरु, गुवाहाटी...
- कोलकाता, न्यू जलपाईगुड़ी, पुरी, लखनऊ, इलाहाबाद हैं जयपुर से बिजी रूट
- रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए 66 समर स्पेशल ट्रेन चला रहा
- करीब 150 ट्रेनों में एसी और नॉन एसी कोच की अस्थाई बढ़ोतरी की गई
- यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र की ट्रेनों में अधिकांश क्लास में नो रूम की स्थिति
- जोधपुर-हावड़ा, बीकानेर-हावड़ा, बाड़मेर-गुवाहाटी, मरुधर, पूजा, आश्रम, बॉम्बे सुपर हैं प्रमुख ट्रेनें
- इन सभी ट्रेनों में जुलाई मध्य तक के लिए दिख रही है लंबी वेटिंग
हवाई किराया नहीं बढ़ाया
ट्रेनों के अलावा फ्लाइट की बात करें तो जयपुर से उन शहरों के लिए हवाई किराया नहीं बढ़ाया गया है,जिनके लिए फ्लाइट अधिक संचालित हो रही हैं. लेकिन उन शहरों का किराया आसमां छू गया है, जहां फ्लाइट अधिक नहीं है.जयपुर से गोवा देहरादून और चेन्नई के लिए एक-एक फ्लाइट ही संचालित होती है.इसलिए इन शहरों का किराया भी 10 से 16 हजार तक पहुंच गया है. हालांकि बेंगलुरु और हैदराबाद के लिए 4-5 फ्लाइट होने के बाद भी किराया 11 से 12 हजार तक पहुंच गया है. यह बढ़ोतरी सभी शहरों के लिए लागू नहीं है.केवल उन्हीं शहरों का हवाई किराया बढ़ा है, जहां के लिए डिमांड ज्यादा है.
जयपुर से 1 जून को किस शहर के लिए कितना हवाई किराया
- जयपुर से मुंबई के लिए 10 फ्लाइट उपलब्ध, औसत किराया 5365 रुपए
- जयपुर से गोवा के लिए केवल 1 फ्लाइट, किराया 10976 रुपए
- जयपुर से चंडीगढ़ के लिए 3 फ्लाइट उपलब्ध, किराया 6005 रुपए
- जयपुर से देहरादून के लिए 1 फ्लाइट उपलब्ध, किराया 12498 रुपए
- हरिद्वार, ऋषिकेश के तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने से देहरादून का किराया अधिक
- जयपुर से अमृतसर के लिए 1 फ्लाइट, 3999 रुपए किराया
- जयपुर से बेंगलुरु के लिए 4 फ्लाइट, किराया 8847 से लेकर 11216 रुपए
- जयपुर से हैदराबाद के लिए 5 फ्लाइट, किराया 9646 से लेकर 12214 रुपए
- जयपुर से चेन्नई के लिए मात्र 1 फ्लाइट, किराया 16838 रुपए
प्रयास सफल नहीं
कुलमिलाकर ट्रेनों में कोच बढ़ाने के रेलवे प्रशासन के प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं. जरूरत इस बात की है कि रेलवे प्रशासन ट्रेनों में एसी कोच बढ़ाने के प्रयास अधिक करें. साथ ही स्पेशल ट्रेनों के संचालन के दौरान भी इनमें एसी कोच की संख्या अधिक रखी जाए. उसी स्थिति में यात्रियों को गर्मी के इस सीजन में भ्रमण के लिए सीट उपलब्ध हो सकेंगी.
रिपोर्टर- काशीराम चौधरी
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