Rajasthan- तेल कम्पनियों की ओर से रसोई गैस उपभोक्ताओं के लिए अब आधार प्रमाणीकरण यानी ई- केवाईसी अनिवार्य किया गया है.इसी के साथ तेल कम्पनियों ने गैस एजेंसी संचालको को ई-केवाईसी करने को कहा हैं ..ऐसे में अब गैस एजेंसियों पर ईकेवाईसी कराने के लिए लंबी-लंबी कतारें लगना शुरू हो गई हैं.


केवल 100 से 150 उपभोक्ताओं की हो पा रही है ई-केवाईसी


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रत्येक एजेंसी पर हर रोज केवल 100 से 150 उपभोक्ताओं की ही ई-केवाईसी हो पा रही है.जबकि एक एजेंसी के पास औसतन बीस हजार कनेक्शन है.इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम तीनों कम्पनियों का सर्वर अटक-अटक कर चल रहा है.ऐसे में उपभोक्ता और गैस एजेंसी संचालक दोनों परेशान है.


गैस एजेन्सियों पर उमड़ी भारी भीड़


गौरतलब है कि जयपुर समेत प्रदेश में ई- केवाईसी के लिए एलपीजी गैस एजेन्सियों पर भीड़ उमड़ रही है.लंबी-लंबी कतारों में उपभोक्ता लगकर ई-केवाईसी करवा रहे हैं.अचानक अधिक दबाव के कारण सर्वर धीमा हो जाता हैं.इस कारण बायोमेट्रिक केवाईसी में काफी समय लग रहा है.हालांकि फिलहाल प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के गैस कनेक्शन धारकों की सबसे पहले ई केवाईसी की प्राथमिकता दी जा रही हैं..क्योंकि सब्सिडी का पैसा उज्जवला कनेक्शनधारकों के खाते में ही आता हैं.शेष उपभोक्ताओं के लिए कोई अंतिम तिथि निर्धारित नहीं की है.


राजस्थान एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फैडरेशन के अध्यक्ष दीपक गहलोत ने बताया की उज्ज्वला योजना के उपभोक्ताओं की प्राथमिकता के साथ ई-केवाईसी की जा रही है.कोई फर्जी तरीके से सब्सिडी तो नहीं ले रहा.ऐसे में ऑयल कम्पनियों की प्राथमिकता भी यही है.सर्वर अटकने से कुछ परेशानी आ रही है.यदि 31 दिसम्बर तक भी ई-केवाईसी नहीं हो पाती है तो भी किसी की सब्सिडी नहीं रुकेगी..


वर्ष 2022 के बाद जारी सभी गैस कनेक्शन का आधार प्रमाणीकरण किया जाता है.इससे पहले रसोई गैस उपभोक्ताओं का आधार प्रमाणीकरण आवश्यक नहीं था.कई लोग दूसरे के नाम का गैस कनेक्शन उपयोग कर रहे हैं.कई के नाम दो-तीन कनेक्शन है.ई-केवाईसी से इनका समाधान हो सकेगा.उन्होने अपील करते हुए कहा की अपनी सुविधा अनुसार ई-केवाईसी करवा सकते हैं.उपभोक्ता को आधार कार्ड और गैस कनेक्शन कार्ड साथ ले जाना होगा.वहां बायोमेट्रिक आधार पर उनकी केवाईसी की जा रही है.कई बार तेल कम्पनियों का सर्वर बार बार अटकने से उपभोक्ताओं की फिंगर और फेस मेचिंग में परेशानी आती हैं.


उधर, लंबी कतारों को देखते हुए तेल कंपनियों ने कुछ स्टेप के जरिए अपने मोबाइल से ही इकेवाईसी करने की सहूलियत दी हैं.एलपीजी ई- केवाईसी के लिए आपको जल्दी सुबह उठकर एजेंसी के यहां लाइन में लगने की जरूरत नहीं है.आप कुछ स्टेप के जरिए अपने मोबाइल से ही इकेवाईसी कर सकते हैं.


ऑनलाइन भी है यह सुविधा


फिलहाल, यह सुविधा भारत गैस और इंडेन गैस ने दी हुई है.बीपीसीएल के उपभोक्ताओं को सबसे पहले अपने मोबाइल में प्ले स्टोर से HelloBPCL (हैलो बीपीसीएल) और ADHAR FACE RD (आधार फेस आरडी एप) इंस्टॉल करना होगा.यहां कुछ स्टेप आगे चलने के बाद आपको अपना मोबाइल नंबर डालना होगा.


कैसे होगा ऑनलाइन वैरिफिकेशन


मोबाइल नंबर डालने के बाद एक ओटीपी मिलेगा वह भरना होगा और क्रिएट अकाउंट बटन पर क्लिक करना होगा..इसके बाद आपको अपना एक एमपिन बनाना होगा.यह चार अंको का होगा.इसी विंडो में एमपिन दुबारा भरना होगा.दोनों एमपिन एक जैसे होने चाहिए.इसमें कोई भी चार अंक डाल सकते हैं। इसके बाद सबमिट करना होगा.जो एमपिन बनाया है उसे भरकर अगली विंडो में अंदर जाना है और जहां सिलेंडर के रेट लिखे आ रहे हैं उस एरो बटन को क्लिक करना है.यहां आपको अपनी गैस एजेंसी का नाम और सबसे ऊपर उपभोक्ता का नाम दिखाई देगा.


इसी के नीचे ई- केवाईसी का ऑप्शन दिखाई देगा और कंप्लीट ईकेवाईसी ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। क्लिक करने के बाद एक ओटीपी मिलेगा जो उसी नंबर पर आएगा जो आधार में दर्ज है.इसे वैरीफाई करने के बाद प्रोसीड करना है और आधार प्रमाणीकरण के लिए चेक बॉक्स को क्लिक करना है.क्लिक करने के बाद फेस रिकोगनिशन विंडो खुलेगी.मोबाइल को सीधा अपने सामने रखना है और आंखों को खोलना और बंद करना है..यह ध्यान रहे कि मोबाइल जिस समय चेहरे के सामने हो उस समय लाइट प्रोपर हो.सही लाइट नहीं होने की स्थिति में फोटो कैप्चर नहीं होगा.जैसे ही फोटो कैप्चर हो जाएगा आपकी स्क्रीन पर सक्सेसफुल ईकेवाईसी होने का मैसेज दिखाई देगा.इसका मतलब आपकी ईकेवाईसी हो चुकी है.


इसी तरह आईओसीएल के उपभोक्ताओं को गूगल प्ले स्टोर से INDIAN OIL ONE, इंडियन ऑयन वन एप इंस्टॉल करना है.और ADHAR FACE RD, आधार फेस आरडी एप इंस्टॉल करना है..इसके बाद लेफ्ट साइड में बनी तीन छोटी लाइनों के ऑप्शन को क्लिक करके खुद को साइन अप करते हुए अकाउंट बनाना है.यदि पहले से अकाउंट बना है तो लॉगिन करना है.साइन अप करने के लिए खुद का मोबाइल नंबर, कोई भी ईमेल आईडी और नाम देना होगा और खुद का पासवर्ड बनाना होगा.


इसके विपरीत पहले से बना हुआ अकाउंट है तो अपना मोबाइल नंबर और बना हुआ पासवर्ड डालकर लॉगिन करना होगा..लॉगिन करने के बाद उन्हीं तीन छोटी लाइनों के लिंक पर क्लिक करके सबसे पहले ऑप्शन एलपीजी में जाना होगा..यहां डोमेस्टिक कनेक्शन पर क्लिक करना होगा और उसके बाद सबसे पहले लिंक आधार केवाईसी पर क्लिक करना है. 


इसके बाद आधार नंबर डालना है और खुद की कुछ डिटेल डालनी है और अपना फोटो खिंचवाकर आधार कार्ड अपलोड करना होगा..इसके बाद फाइनल डिक्लियरेशन होगी और आपकी ईकेवाईसी हो जाएगी.


बहरहाल, बार-बार सर्वर का अटकने से फिंगर और फेस मेचिंग मुश्किल हैं.इस तरह धीमी गति और बिना संसाधनों के राज्य में 1.70 करोड़ घरेलू गैस उपभोक्ताओं का सत्यापन कैसे होगा..घरेलू गैस उपभोक्ताओं के इलेक्ट्रॉनिक सत्यापन के लिए डिवाइस की जरूरत होती है.गैस एजेंसी पर इतने कर्मचारी भी नहीं होते हैं कि वे बुकिंग और डिलीवरी को छोड़ इस कार्य को पूरा कर सकें.


ये भी पढ़ें- राजस्थान में पहली बार हुई इस तरह की ब्रेन सर्जरी, इनकी रही बड़ी भूमिका