Jaipur News: राजस्थान के जयपुर शहर के बीचों बीच बसे जंगल को बचाने के लिए टोंक रोड स्थित स्थानीय निवासी आगे आए. डोल का बाध तारों की कूंट टोंक रोड जयपुर के स्थानीय निवासियों ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री,उधोग मंत्री,सांसद दीया कुमारी, सांसद मेनका गांधी समेत अधिकारियों को पत्र लिखकर शहर में बीचों बीच बसे जंगल को बचाने की गुहार लगाई.


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सांसद मेनका गांधी ने राजस्थान की मुख्य सचिव को पत्र लिखा तो वहीं सांसद दीया कुमारी ने पहल करते हुए कहा कि सरकार को शहर की हावो हवा स्वच्छ बनाए रखने और वन पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए रीको द्वारा औद्योगीकरण के उपयोग में लेने की बजाए अन्य भूमि का उपयोग लिया जा सकता है.


स्थानीय निवासियों ने बताया कि जयपुर शहर के बीचों बीच बसे एक छोटा सा जंगल है इस जंगल में करीब 3 हजार से ज्याद विभिन्न प्रजातियों के पेड़- पौधे है. इस जंगल में विभिन्न प्रजातियों के पशु-पक्षी जीवन यापन करते है जैसे हिरण, नीलगाय और विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों का बसेरा बना हुआ है. जहां घना जंगल की तरह हर प्रकार पक्षी मौसम के हिसाब से देखे जा सकते है.


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यदि इस जंगल को नष्ट कर औद्योगीकरण के रूप बदल दिया जाएगा तो शहर में स्वच्छ आबो हवा नहीं रहेगी वहीं प्रदूषण के बढने से कई प्रकार की बीमारियों में जकड़ जाएंगे. राजस्थान में बहुत कम जंगल है एक जंगल को विकसित होने में कई दशक लग जाते है, क्योंकि आने वाली पीढियां पेड पौधे और वन का महत्व समझने के लिए जंगल को बचाना आवश्यक है.