Rajasthan Politics: विधानसभा बजट सत्र के दौरान गुरुवार सुबह 11 बजे प्रश्नकाल के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई. इस दौरान भाजपा विधायक संदीप शर्मा का स्कूलों में कक्षा कक्ष और भवन निर्माण को लेकर सवाल आया. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जैसे ही सवाल का जवाब देने के लिए खड़े हुए वैसे ही विपक्ष ने आपत्ति दर्ज कराई. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि जब तक शिक्षा मंत्री आदिवासी समाज के डीएनए वाले बयान पर माफ़ी नहीं मांग लेते, तब तक शिक्षा मंत्री का जवाब नहीं सुना जाएगा. विपक्ष ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी. विपक्ष के हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शिक्षा मंत्री को जवाब देने के लिए कहा. विपक्ष के हंगामे के बीच शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया कि माफी मांगने का सवाल ही नहीं है. 


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यह था पूरा मामला
पिछले दिनों राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि वह (आदिवासी) हिंदू है कि नहीं, ये अपने पूर्वजों से पूछें. हमारे यहां वंशावली लिखने वालों से पूछेंगे. वह कौन है? यदि वह हिंदू नहीं है, तो उनका डीएनए टेस्ट कराएंगे कि क्या ? वह लोग अपने पिता की औलाद है या नहीं. दिलावर ने ये टिप्पणी आदिवासी नेताओं के अपने आप को हिन्दू नहीं मानने के बयान पर थी. दिलावर के बयान के बाद अब आदिवासी समाज एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन में उतर गया है. इसके साथ विपक्ष भी लगातार विधानसभा में मंत्री दिलावर से मांफी मांगने पर अड़ा हुआ है. पिछले दिनों भी सदन में दिलावर के बोलने पर हंगामा हुआ था. हालांकि उस समय दिलावर ने अपना स्पष्टीकरण दिया था, लेकिन विपक्ष माफी मांगने पर अड़ा हुआ है.



माफी मांगने सवाल नहीं
उधर, सदन में हुए हंगामे के बाद शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हिंदुओं का अपमान किया और हम उस मुद्दे को उठा रहे यही कारण है कि आदिवासियों का बहाना लेकर मामले को कांग्रेस भटका रही है. आदिवासियों पर अपने बयान पर माफी मांगने की बात पर मदन दिलावर ने कहा कि माफी मांगने का कोई सवाल नहीं उठता. वैसे भी माफी मांगनी है या नहीं इसका फैसला मेरे नेता करेंगे, ये कांग्रेस के नेता नहीं कर सकते.



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