Rajasthan Politics: राजस्थान में 9 जिलों और तीन संभाग को निरस्त किये जाने के बाद कांग्रेस ने एक बार फिर सवाल उठाते हुए सरकार को चेताया है.


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पूर्व CM अशोक गहलोत ने इस मामले में राज्य सरकार को नाकारा और निकम्मा बताया. PCC चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने सरकार का यह फैसला पलटवाने का दावा करते हुए कहा कि कांग्रेस इस मामले में सरकार को झुकाकर ही मानेगी.



प्रदेश में पिछली सरकार के बनाये 17 जिले और 3 संभाग का पुनर्गठन किया गया है. भजनलाल सरकार ने साल 2024 की अपनी आखिरी कैबिनेट बैठक में 9 जिलों और 3 संभाग को निरस्त करने को मंजूरी दी है.



इसके बाद से ही कांग्रेस ने अपने ज़ुबानी हमलों का रुख सरकार की तरफ कर दिया है. अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में ऐसी निकम्मी और नाकारा सरकार रही है जिसने कोई काम नहीं किया. उन्होंने कहा कि सरकार के पास कोई उपलब्धि नहीं है. इन्होंने ध्यान डायवर्ट करने के लिए 9 जिलों को ही खत्म कर दिया.



इसके साथ ही PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस मुद्दे पर सरकार पर हल्ला बोला. डोटासरा ने कहा,'' प्रशासनिक दृष्टि से लोगों को सुविधा मिले हर गरीब व्यक्ति अपना काम करवाने SDM, BDO, कलेक्टर और संभागीय आयुक्त के पास जा सके उसको लेकर हमारी सरकार ने जो तीन संभाग और जो 9 जिले बनाए थे उस पर 12 महीने में मौजूदा सरकार की केवल एक उपलब्धि है कि, दिल्ली से पर्ची आई और उस पर्ची को पढ़ दिया."



डोटासरा ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि वे अपनी तरफ से किसी को भी डेप्यूट करें. कांग्रेस भी अपना प्रतिनिधि डेप्यूट कर देगी. दोनों सरकारों के वक्त जिलों के मापदण्ड के लिए बनाई कमेटियों की रिपोर्ट के आधार बताए जाएं.



डोटासरा ने कहा कि मौजूदा सरकार ने तो BJP कार्यकर्ता ललित के. पंवार को कमेटी का अध्यक्ष बनाया. PCC चीफ बोले कि राजस्व सीमाओं में बदलाव के लिए सरकार के पास 12 महीने थे, लेकिन इन्होंने तो लोगों पर कुठाराघात कर दिया. डोटासरा ने कहा कि इस मुद्दे पर सड़क और सदन में कांग्रेस पार्टी आम जनता के लिए लड़ेगी और सरकार को झुका कर रहेगी.