Rajasthan Politics : नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली (Tikaram Jully) ने उत्तर प्रदेश में दुकानों के बाहर नाम लिखने के मामले में भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. जूली ने कहा कि भाजपा सरकार लगातार नए-नए नियम लेकर आ रही है, जो देश की एकता और समानता के अधिकार के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा, "भारत देश में सभी को समानता का अधिकार है, लेकिन भाजपा जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव कर रही है."


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


जूली ने भाजपा पर लोगों को बांटने का काम करने का आरोप लगाते हुए कहा, "जिस देश ने इस तरह की नीति अपनाने की कोशिश करी, उन्होंने कभी तरक्की नहीं की. हमें देश के संविधान को मजबूत करने का काम करना चाहिए, ना कि कमजोर करने का."


वसुंधरा राजे पर टिप्पणी


टीकाराम जूली ने वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए कहा कि वह समझ चुकी हैं कि उनकी सरकार से कोई काम नहीं होने वाला, इसलिए वह क्षेत्र की जनता के बीच जा रही हैं. जूली ने कहा कि संघ और प्रधानमंत्री के बीच खटास साफ दिख रही है.


सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी पर बयान



संघ के कार्यक्रम में सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी को लेकर जूली ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों की भागीदारी को दूर रखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का राजनीतिकरण करना गलत है.


राजस्थान में बिजली कटौती पर चिंता


राजस्थान में बिजली कटौती को लेकर टीकाराम जूली ने अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि आज सदन में कांग्रेस के विधायकों द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया. पिछले कुछ समय से राजस्थान में बिजली कटौती से जनता परेशान है. जूली ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से भी चर्चा की थी, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक जवाब नहीं आया है.



जूली ने कहा कि भाजपा आम जनता और किसानों को बिजली देने की बात कर रही है, लेकिन बिजली कटौती के नाम पर जनता को गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि बिजली कटौती के मामले में भाजपा जनता की नहीं सुन रही है.