Kirodilal Meena on Paper leak : राजस्थान लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित सैकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने के मामले में बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कई गंभीर आरोप लगाए है. किरोड़ीलाल मीणा के निशाने पर गोपनीय शाखा से लेकर आरपीएससी के चेयरमैन के साथ साथ कई बड़े अधिकारी और नेता रहे. मीणा ने कहा कि ये पेपर 15 दिन पहले ही आरपीएससी से सुरेश ढ़ाका और उसके दोस्त उपेंद्र को मिल गया था. उन्हौने आरपीएससी चेयरमैन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि मैनें जब ज्ञापन दिया उसके बाद आरपीएससी चेयरमैन का बयान आया था कि गोपनीय शाखा का काम पेपर बांटने का काम नहीं है. अगर ऐसा है तो फिर पेपर कौन बांटता है. इस बारे में बताया जाए.


मॉडरेटर ने लीक किया पेपर 


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मीणा ने आरोप लगाया कि मॉडरेटर, सेंटर और गोपनीय शाखा एक ही है. सेंटर से पेपर बनने के बाद बंद लिफाफे में गोपनीय शाखा के पास जाता है. मॉडरेटर भी आरपीएससी का ही होता है. वही पेपर फाइनल कर आरपीएससी चेयरमैन या गोपनीय शाखा को देता है. मॉडरेटर भी गोपनीय शाखा का ही हिस्सा है. उसके बाद ही पेपर प्रिंटिंग प्रेस के पास जाता है. मीणा ने आरोप लगाया कि मॉडरेटर ने ही पेपर लीक किया. मेरे पास उसका नाम भी आ गया है. लेकिन अभी इसलिए नहीं बताऊंगा क्योंकि जांच प्रभावित हो सकती है.


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आपको बता दें कि उदयपुर से सिरोही आ रही एक बस को पुलिस ने पकड़ा था. जिसमें 44 अभ्यर्थी पकड़े गए थे. उसके बाद जनरल नॉलेज पेपर को निरस्त कर दिया गया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जल्द ही नए सिरे से पेपर कराने की घोषणा की थी. इधर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल से लेकर बीजेपी नेता इस मामले में सरकार पर हमलावर है. अब किरोड़ीलाल मीणा ने इस तरीके से जयपुर की उमंग क्लासेज के मालिक सुरेश ढ़ाका के जरिए 15 दिन पहले ही पेपर लीक होने का खुलासा किया है और इसमें आरपीएससी की मिलीभगत का आरोप लगाया है. उससे राजस्थान में सियासी संग्राम तेज होना तय है