वक्फ बोर्ड को जल्द मिलेगा नया चेयरमैन, इन घोषणाओं को करना होगा पूरा
प्रदेशभर में हजारों एकड़ बेशकीमती जमीन के रखवाले राजस्थान राज्य बोर्ड आफ मुस्लिम वक्फ को जल्द नया चेयरमैन इस महीने मिलने के पूरे आसार हैं.
Jaipur: प्रदेशभर में हजारों एकड़ बेशकीमती जमीन के रखवाले राजस्थान राज्य बोर्ड आफ मुस्लिम वक्फ को जल्द नया चेयरमैन इस महीने मिलने के पूरे आसार हैं. इसके बाद से बोर्ड में विकास कार्यों और संपत्तियों के संरक्षण की कवायद नए सिरे से शुरू होगी.
नौ महीने बाद राजस्थान बोर्ड ऑफ मुस्लिम वक्फ बोर्ड में चेयरमैन के पद के लिए रास्ता साफ हो चुका है. हाल ही चार सदस्यों का मनोनयन किया है. वहीं पांच सदस्य पहले ही चुनाव के जरिए चुन लिए गए थे. कई दिनों बाद खाली सदस्यों की सीटों पर नियुक्तियां दी गई है उसके बाद पूरा बोर्ड बन चुका है. जानकारी के मुताबिक जिला कलेक्टर की बैठक के बाद दस दिन में चुनाव करवाकर चेयरमैन के लिए यहां चुनाव होंगे.
यह भी पढ़ें- सतीश पूनिया का कांग्रेस और गहलोत सरकार पर निशाना, जानिए क्या कहा
इन घोषणाओं को पूरा करना होगा
जानकारों का कहना है कि बच्चों के लिए नि:शुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कक्षाएं शुरू करने, जौहरियों के लिए गद्दी बनाने, छात्रावास बनाने के लिए जमीन देने, राजस्व में बढ़ोतरी के लिए पेट्रोल पंप खोलने, संपत्तियों पर नए विकास कार्य करने के कार्य भी महज घोषणा बनकर ही रह गए हैं. पूर्व चेयरमैन खानू खान बुधवाली ने चेयरमैन बनते ही भले ही बोर्ड के राजस्व में बढ़ोतरी हुई हो लेकिन पांच अहम घोषणाएं को डेढ़ साल में अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री (Ashok Gehlot) के करीबी होने के बावजूद राज्य मंत्री तक का दर्जा खानू खान को नहीं मिल पाया. प्रदेश में बीते कई साल से एक ही वक्फ कमेटियां संपत्तियों की सार संभाल कर रही है. डेढ़ साल में महज 2 ही कमेटी नई शामिल की गई इसको लेकर भी मुस्लिम संगठनों में नाराजगी है. हालांकि किराए में वृद्धि, संपतित्यों पर अतिक्रमण हटाने का कार्य बुधवाली के कार्यकाल में हुआ. हालांकि कोरोना की वजह से विकास कार्य पूरी तरह से गति नहीं पकड़ पाए.
यह भी पढ़ें- REET पदों की मांग पर मुख्यमंत्री गहलोत के फैसले के बाद अब यह रणनीति अपनाएंगे अभ्यर्थी!
बोर्ड पूरा अब चेयरमैन का इंतजार
वक्फ बोर्ड (Waqf Board) में बीते सप्ताह चार सदस्यों का मनोनयन किया गया. शासन सचिव की ओर से जारी किए आदेश के मुताबिक समाजसेवी केटेगरी से खानु खान बुधवाली, सुन्नी आलिम सदस्य कोटे से रेशमा, शिया आलिम कोटे से राणा जैदी, आरएएस कोटे से असलम शेर खान को नियुक्त किया गया. वहीं पांच सदस्य पहले ही चुनाव के जरिए चुन लिए गए थे.
कई दिनों बाद खाली सदस्यों की सीटों पर नियुक्तियां दी गई है उसके बाद पूरा बोर्ड बन चुका है. जानकारी के अनुसार जिला कलेक्टर की बैठक के बाद दस दिन में चुनाव करवाकर चेयरमैन के लिए यहां चुनाव होंगे. सूत्रों के मुताबिक जनवरी महीने में वक्फ बोर्ड को नया चेयरमैन मिलेगा. इसके साथ ही वक्फ संपत्तियों के संरक्षण सहित अन्य कार्यों को गति मिल सकेगी.