CM गहलोत से आश्वासन के बाद गुजरात से लौटे राजस्थान के बेरोजगार, अब जयपुर में क्या होगा फैसला
Upen Yadav : CM अशोक गहलोत से आश्वासन मिलने के बाद राजस्थान के बेरोजगार गुजरात से लौट आए हैं. अब जयपुर में क्या फैसला होगा इस पर सबकी निगाहें हैं.
Upen Yadav : 20 सूत्री मांगों को लेकर राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ की ओर से गुजरात में 38 दिनों से चला आ रहा आंदोलन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता के बाद मंगलवार को स्थगित हो गया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने मांगों को लेकर अधिकारियों से वार्ता करने के निर्देश दिए हैं. हालांकि वार्ता 9 नवम्बर बुधवार को निर्धारित की गई थी. लेकिन इस मीटिंग के 11 नवम्बर को होने के आसार है. 7 नवम्बर रात 11 बजे मुख्यमंत्री से वार्ता होने के बाद 8 नवम्बर को बेरोजगारों ने अपने आंदोलन को स्थगित करते हुए राजस्थान लौटने का फैसला लिया और आज अल सुबह ही प्रदेश से गुजरात आंदोलन में डटे हुए करीब 150 से ज्यादा बेरोजगार लौट आए.
नहीं हुआ समाधान तो फिर होगा आंदोलन
राजस्थान लौटने के बाद राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने सबसे पहले ज़ी राजस्थान से बात करते हुए कहा कि "बेरोजगारों की 20 सूत्री मांगों को लेकर 2 अक्टूबर को गुजरात के पालनपुर से अहमदाबाद तक 150 किलोमीटर की दांडी पैदल यात्रा निकाली. इसके बाद गुजरात में बेरोजगारों ने जिन समस्याओं का सामना किया उनको शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है. 3 बार गिरफ्तार किया गया. जगह जगह से पुलिस द्वारा रात को खदेड़ा जा रहा था. लेकिन इसके बाद भी बेरोजगारों ने हार नहीं मानी. आखिरकार 7 नवम्बर की रात मुख्यमंत्री से वार्ता हुई और मांगों पर सहमति बनी. जिसके बाद हमने हमारे आंदोलन को स्थगित करने का फैसला लिया. अगर 20 नवम्बर तक मांगों को लेकर कोई समाधान नहीं होता है तो चूरू के सरदार शहर में होने वाले उप चुनाव में फिर से आंदोलन का बिगुल बजाया जाएगा."
विभिन्न भर्तियों से जुड़े बेरोजगार जो गुजरात के आंदोलन में डटे हुए थे उनका कहना है कि "महासंघ के बैनर तले किए जा रहे इस आंदोलन में हम 38 दिनों तक गुजरात में डटे हुए थे. हर जगह पर हमे परेशान किया गया. लेकिन बेरोजगारों का दंशा ज्यादा परेशान करने वाला था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हमसे करीब एक घंटे तक मुलाकात की और हमारी सभी मांगों को सुना. इसके साथ ही समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया. अगर जल्द ही वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकलता है तो फिर से आंदोलन किया जाएगा."
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