राजस्थान यूनिवर्सिटी द्वारा वसूली का विरोध, कर्मचारियों ने बहिष्कार कर जताया विरोध
राजस्थान विश्वविद्यालय के कर्मचारियों से वसूली की जा रही है. राजस्थान यूनिवर्सटिी के कर्मचारियों से सेवानिवृत्ति के समय एलएफएडी द्वारा बनाए गए आक्षेप में वसूली की राशि पर विवि प्रशासन द्वारा 9 फीसदी ब्याज की राशि से वसूली की जा रही है. जिसके चलते कर्मचारियों में आक्रोश है.
Jaipur: राजस्थान विश्वविद्यालय के कर्मचारी इस समय आंदोलन की राह पर हैं. ये आंदोलन है सेवानिवृत्त होने पर कर्मचारियों से वसूली की जा रही है. राजस्थान यूनिवर्सटिी के कर्मचारियों से सेवानिवृत्ति के समय एलएफएडी द्वारा बनाए गए आक्षेप में वसूली की राशि पर विवि प्रशासन द्वारा 9 फीसदी ब्याज की राशि से वसूली की जा रही है. जिसके चलते कर्मचारियों में खासा आक्रोश है.
कर्मचारियों ने एक दिन कार्य का किया बहिष्कार
राजस्थान यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने आज एक दिन का कार्य बहिष्कार करते हुए राविवि कुलपति सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही वसूली के नियम वापस नहीं लेने पर एक बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
यूनिवर्सिटी में पिछले 4 महीनों से सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों से की बकाया वसूली
गौरतलब है कि राजस्थान यूनिवर्सिटी में पिछले करीब 4 महीनों से सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों से बकाया वसूली की जा रही है और इस वसूली पर 9 फीसदी ब्याज तक वसूला जा रहा है.
31 जुलाई को सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों से करीब 18 लाख रुपये तक की वसूली निकाली गई थी जिसेक बाद 1 अगस्त को राजस्थान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, अशैक्षणिक कर्मचारी संघ, सहायक कर्मचारी संघ एवं तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था. लेकिन अभी तक सुनवाई नहीं होने के चलते आज एक दिन का कार्य बहिष्कार करते हुए अपना विरोध जताया गया.
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कर्मचारी संघ द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था
कर्मचारी संघ अध्यक्ष राकेश यादव ने बताया कि "प्रदेश की सरकार कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए कई योजना चला रही है, लेकिन राजस्थान यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा हठधर्मिता करते हुए अवैध वसूली की जा रही है. पिछले दिनों राविवि का एक कर्मचारी सेवानिवृत्त हुआ तो 9 फीसदी ब्याज दर के हिसाब से रिकवरी निकाल दी गई, जिसके चलते अब कर्मचारी मानसिक अवसाद में है.जब तक यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा रिकवरी के आदेश वापस नहीं लिया जाता है, तब तक ये आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही आगे आने वाले समय में और बड़ा आंदोलन किया जाएगा."