Rajasthan Weather Update:प्रदेश में एक बार फिर गर्मी ने जोर पकड़ा है, जिसके चलते प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज हो रही है. वहीं मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि जून महीने के आखिरी सप्ताह में आसमान से राहत की बूंदे बरस सकती है. 


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अगले 4 से 5 दिन हीट वेव लू का असर इसी प्रकार बना रहेगा. हीट वेव और लू अधिक होने का सबसे बड़ा कारण पश्चिमी भागों से आ रही गर्म हवाएं हैं. जिस कारण से प्रदेश में एक बार फिर गर्मी का सितम शुरू हो गया है.



मई के दूसरे, तीसरे सप्ताह और जून महीने के पहले सप्ताह में प्रदेश के तापमान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज हो रही थी. इसी बीच पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश के अधिकांश जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज हुई थी. लेकिन जून महीने के दूसरे सप्ताह से सूर्य भगवान अपना उग्र रूप दिखा रहे हैं जिसके चलते प्रदेश का तापमान एक बार फिर 46 डिग्री से अधिक दर्ज हो रहा है. 



मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया अगले 4 से 5 दिन प्रदेश के पश्चिमी उत्तरी और उत्तरी पूर्व का अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज संभावना है. उत्तरी राजस्थान में हीट वेव लू की स्थिति पिछले तीन-चार दिन से बनी हुई है. रात का न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री सामान्य से अधिक दर्ज हो रहा है. इसका सबसे बड़ा कारण रात के समय हीट वेव की अधिक तीव्रता है. 



वहीं प्रदेश के अधिकांश जिलों में पश्चिमी गर्म हवाएं आने के कारण हीट वेव लू में वृद्धि दर्ज हो रही है. आगामी 3 से 4 दिन प्रदेश में हिट वेव की परिस्थितियों मैं अधिक परिवर्तन नहीं होगा. प्रदेश में बारिश की बात की जाए तो केवल दक्षिण पूर्वी और और पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश दर्ज हो रही है. आने वाले 4 से 5 दिन पूर्वी राजस्थान के कुछ स्थानों पर हल्की बरसात दर्ज होने की संभावना बन रही है. 


कोटा, उदयपुर, जयपुर, भरतपुर संभाग के कुछ जिलों में दोपहर बाद में हल्की बारिश दर्ज होने की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान के अधिकतर जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. 19, 20 जून के करीब उत्तर पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिलों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने के संकेत मिल रहे हैं. 



इसी के साथ धूल भरी तेज हवाएं चलने की संभावना बन रही है. आने वाले 3-4 दिन में प्रदेश का अधिकतम न्यूनतम तापमान सामान्य से 3 से 4 डिग्री अधिक दर्ज होने की संभावना है. वही मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है, 25 जून के बाद मौसम की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी, जिस कारण प्री मानसून और अधिक सक्रिय होगा उसके बाद राहत मिलने की संभावना है.



मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो 25 जून के बाद बारिश की अधिक संभावना है, वहीं पिछले कुछ सालों की बात की जाए तो लगभग 25 जून को प्रदेश में मानसून प्रवेश करता है. कुल मिलाकर राहत की बूंदे बरसने का अभी एक सप्ताह और इंतजार करना होगा. प्री मानसून की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने के बाद तापमान में गिरावट होगी, उसके बाद ही राहत मिलने की संभावना है.


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