Rajasthan weather Update: प्रदेश में सक्रिय होगा नया पश्चिमी विक्षोभ, 24 घंटों के लिए जारी हुआ इन जिलों के लिए अलर्ट
Rajasthan weather Update: रविवार से प्रदेश में नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. इस सिस्टम के प्रभाव से उत्तर पश्चिमी राजस्थान के आसपास के क्षेत्र में एक परीसंचरण तंत्र बनने की संभावना है. इसके असर से 15 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक मेघगर्जन के साथ बारिश की गतिविधियां शुरू होगी.
Rajasthan weather Update: प्रदेश में मौसम में आए अचानक बदलाव से प्रदेशवासियों को दिन में गर्मी और रात में हल्की सर्दी का एहसासा होने लगा है. इसी को लेकर मौसम विभाग जयपुर ने मौसम का नया अपडेट जारी किया है. जिसके अनुसार रविवार यानी 15 अक्टूबर से एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से आगामी 24 घंटों बाद उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और आसपास के क्षेत्र के ऊपर एक प्रेरित परिसंचरण तंत्र बनने तथा हवाओं के साथ अरब सागर की खाड़ी से नमी सप्लाई होने की संभावना है जताई है. इस मौसमी अपडेट के बाद से अनुमान है कि अगले 24 घंटों में मेघगर्जन के साथ बारिश की गतिविधियां होने की संभावना जताई है. यह बदलाव 15 से 18 अक्टूबर तक देखने को मिलेगा.
मौसम विभाग के अनुसार 16 अक्टूबर को प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी. तो वही 17 अक्टूबर को भी इस सिस्टम का असर मरूधरा के कुछ जिलों में देखने को मिलेगा. वहीं अगर पश्चिमी राजस्थान के मौसम की बात करते तो बीकानेर और जोधपुर संभाग में 15 अक्टूबर की दोपहर से मौसम में परिवर्तन होने की संभावना जताई जा रही है. जिससे बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेगी. वहीं पूर्वी राजस्थान में भी जयपुर, भरतपुर और शेखावाटी क्षेत्र में मध्यम बारिश की संभावना है. 16 अक्टूबर को इस सिस्टम का प्रभावी असर उत्तर- पश्चिमी राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर में कहीं-कहीं तेज बारिश होने की संभावना है.
इसी के साथ जोधपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की प्रबल संभावना जताई है. 17 अक्टूबर को बारिश की गतिविधियों में थोड़ी कमी होगी लेकिन, फिर भी कुछ जिलों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की ज्यादा संभावना है.
कुल मिलाकर प्रदेश के अधिकतर जिलों में पश्चिमी विक्षोभ का असर होगा आने वाले समय में देखने को मिलेगा. इसी के साथ मौसम विज्ञान केंद्र के जरिए किसानों को भी बदलते मौसम को लेकर सलाह दी गई है, जिसमें कृषि उपज मंडी में खुले स्थान पर रखे हुए अनाज और जिंसों को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करने को कहा गया है, जिससे उन्हें भीगने से बचाया जा सके. खरीफ फसलों की कटाई और रबी फसलों की बुवाई का काम आगामी दिनों में बारिश की गतिविधियों के मद्देनजर ही करें. फसलों की सिंचाई और किसी भी प्रकार का रासायनिक छिड़काव बारिश को ध्यान में रखते हुए करे.
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