Rajasthan News: राजस्थान में लगातार बारिश का दौर जारी है. इस बारिश ने जहां किसानों को राहत दी है, वहीं इसका असर बिजली की मांग और सोलर ऊर्जा उत्पादन पर भी देखा जा रहा है.


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प्रदेश में बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश ने रबी की फसलों के लिए संजीवनी का काम किया है. साथ ही बदलते मौसम ने बिजली की मांग को भी बदल दिया है.



25 दिसंबर को जहां बिजली की डिमांड 3282 लाख यूनिट थी, वहीं 26 दिसंबर को थोड़े बदलाव के साथ 3339 लाख यूनिट हो गई क्योंकि रबी की फसल की लगभग एक सिंचाई बारिश ने कर दी है.



प्रदेश में कई जगह जमकर मेघ बरसे और कई जगह तो 20mm से भी ज्यादा बारिश हुई जो फसलों की एक सिंचाई के लिए काफी है. साथ ही ठंडे मौसम की वजह से एयर कंडिशनर इक्यूपमेंट्स भी बंद हो गए है. जिसने भी बिजली डिमांड को काफी हद तक कम किया है.



कहां कितनी बारिश
नीमकाथाना (सीकर) 25 MM
रूपनगढ़ (अजमेर) 24 MM
रतनगढ़ (चूरू) 23 MM
पीसांगन (अजमेर) 20 MM
गोगुंदा (उदयपुर) 20 MM 
परबतसर (नागौर) 18 MM
पुष्कर (अजमेर) 18 MM
नावां (नागौर) 14 MM
रामगढ़ शेखावाटी (सीकर) 14 MM
दांतारामगढ़ (सीकर) 14 MM
कुचामन सिटी 13 MM
पिलानी (झुंझुनूं) 13 MM
चिड़ावा (झुंझुनूं) 13 MM
बिसाऊ (झुंझुनूं) 13 MM
फलासिया (उदयपुर) 13 MM
आमेट (राजसमंद) 12 MM
भादरा (हनुमानगढ़) 12 MM
सीकर शहर 12 MM
सूरजगढ़ (झुंझुनूं) 11 MM
लक्ष्मणगढ़ (सीकर) 10 MM
फतेहपुर (सीकर) 10 MM

बदलते मौसम का असर केवल हमारे जीवन पर ही नहीं, बल्कि ऊर्जा उत्पादन और खपत पर भी होता है. बारिश का सोलर ऊर्जा उत्पादन पर गहरा असर देखने को मिला. 25 दिसंबर को सोलर प्रोडक्शन 228 लाख यूनिट था, जो 26 दिसंबर को घटकर सिर्फ 160 लाख यूनिट रह गया. ठंड और बादलों के चलते सोलर पैनल्स की क्षमता प्रभावित हुई.