Jaipur: आरएएस अधिकारी केसरलाल मीणा द्वारा सोशल मीडिया पर ब्राह्मण समाज और देवी-देवताओं पर टिप्पणी मामले में विरोध बढ़ता जा रहा हैं. आरएएस अधिकारियों से लेकर अलग अलग संगठन केसरलाल मीणा के विरोध में उतर आए हैं. हालांकि केसरलाल मीणा विरोध कर रहे संगठनों से पदाधिकारियों से मुलाकात इस मामले को डेमेज कंट्रोल करने में लगे हैं.


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इस मामले में केसलाल मीणा ने कहा कि किसी ग्रुप में मैसेज आया था गलती से मैसेज आरएएस अधिकारियों की व्हाट्स ग्रुप में पोस्ट हो गया. जी मीडिया से बातचीत में आरएएस अधिकारी केसरलाल मीणा ने कहा कि मेरे पास यह मैसेज मेरे गांव के वॉट्सऐप ग्रुप पर आया था. मैं इसे दूसरे ग्रुप पर भेज रहा था लेकिन गलती से यह आरएएस एसोसिएशन वाले ग्रुप पर चला गया. मेरी भगवान में आस्था हैं मैं भगवान को मानता हूं. सनातन धर्म के सभी देवी-देवताओं को मानता हूं. पूर्ण निष्ठा विश्वास रखता हूं. इस मैसेज से किसी की भावना आहत हुई है तो में माफी मांगता हूं. मैं किसी को भेज नहीं रहा था. डिलीट कर रहा था, लेकिन गलती से शेयर हो गया. बाद में मैंने इसे डिलीट कर दिया.



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दरअसल मीणा ने तब ये मैसेज पोस्ट किया तो उनके ही कैडर के सार्थियों ने मीणा को ग्रुप में लिखकर संविधान की याद दिलाते हुए प्रशासनिक सेवा से जुड़े अफसर को ऐसा बर्ताव नहीं करने की नसीहत भी दी. हंगामा बढ़ता देख रात 10:26 बजे केसरलाल ने मैसेज डिलीट कर ग्रुप पर लिखा 'सॉरी, गलती से फॉरवर्ड हो गया'.



यह लिखने के बाद केसरलाल एसोसिएशन के ग्रुप से लेफ्ट हो गए. मैसेज में हनुमानजी को बंदर लिखा गया है. देवताओं को रेपिस्ट बताया है. इसके अलावा मैसेज में भगवान कृष्ण, विष्णु और सीताजी सहित कई आराध्य पर टिप्पणी की गई है.