Rajasthan News: एक तरफ जब ट्रेनों में लम्बी प्रतीक्षा सूची देखने को मिल रही है और ज्यादातर शहरों के लिए ट्रेनों में सीट नहीं मिल पा रही है, तब यात्रियों के लिए थोड़ा बजट बढ़ाने पर हवाई यात्रा अच्छा विकल्प साबित हो सकती है. दरअसल, इन दिनों हवाई यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या कम है. प्रदेश में पर्यटन सीजन मार्च तक रहता है. गर्मी बढ़ते ही पर्यटकों की संख्या में कमी हो जाती है. इसके चलते हवाई यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है. इसके साथ ही कुछ शहरों के लिए बिजनेस या पढ़ाई के सिलसिले में यात्रा करने वाले फ्रिक्वेंट फ्लायर भी कम हुए हैं. इस कारण एयरलाइंस ने कई शहरों के लिए हवाई किराए की दरों में कटौती की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानिए किन शहर के लिए सस्ता हुआ हवाई किराया ?
जानकारी के अनुसार, जयपुर से मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुणे आदि शहरों के लिए हवाई किराए की दरों में कमी आई है. बड़ी बात यह भी है कि दिल्ली के लिए भी हवाई किराए की दरें कम हुई हैं. दरअसल, जयपुर से इन शहरों के लिए एयर कनेक्टिविटी अच्छी है. ज्यादातर शहरों के लिए औसतन 3 से 4 फ्लाइट उपलब्ध हैं. ऐसे में पर्याप्त फ्लाइट संचालन होने से एयरलाइंस में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है. 


दर्जनभर स्पेशल ट्रेनों का शेड्यूल तय
वहीं, ट्रेनों में यात्रियों के लिए सफर करना मुश्किल साबित हो रहा है. दरअसल, ज्यादातर लम्बी दूरी की ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची अधिक है. जयपुर से मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता, लखनऊ, वाराणसी, पटना आदि शहरों के लिए ज्यादातर ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है. इस कारण कन्फर्म सीट मिलना मुश्किल हो रहा है. हालांकि रेलवे प्रशासन ने राहत देने के लिए स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया है. शुक्रवार को रेलवे प्रशासन ने 2 ट्रेनों का संचालन करने के लिए शेड्यूल जारी किया है. इन ट्रेनों के जरिए यात्री उदयपुर और जयपुर से मां वैष्णो देवी के दर्शनों को जा सकेंगे. वहीं, अजमेर से मैसूरू के लिए भी स्पेशल ट्रेन संचालित होगी. रेलवे प्रशासन इससे पहले भी करीब 10 स्पेशल ट्रेनों के संचालन की घोषणा कर चुका है. ये ट्रेनों उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, उदयपुर आदि शहरों से दक्षिण भारत के बेंगलुरु, कोयंबटूर, पुणे, मुम्बई के साथ ही उत्तर-पूर्व में गुवाहाटी, हावड़ा आदि शहरों को जोड़ने का कार्य करेंगी. 


रिपोर्टर - काशीराम चौधरी


ये भी पढ़ें- राजस्थान का एक ऐसा मंदिर, जिससे आज भी कांपती है पाकिस्तानी सेना