Reet 3rd Grade Teacher Exam:   राजस्थान में रीट मेंस के एक्जाम जारी है. इस दौरान जयपुर से फेक कैंडिडेट का मामला सामने आया है.आपको बता दें कि विद्यालय अध्यापक (लेवल-1) सीधी भर्ती परीक्षा में फर्जी अभ्यर्थी महेन्द्र कुमार जाट और अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई को पुलिस पकड़ लिया है. परिक्षाओं की तैयारी के दौरान दोनों की मुलाकात हुई थी. महेन्द्र कुमार जाट पढ़ाई में होशियार होने के कारण परीक्षाअभ्यर्थी राजूराम विश्नोई से तीन लाख रुपए के बदले उसके स्थान पर परीक्षा देने पर राजी हुआ.


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पुलिस थाना आमेर, जयपुर ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक आयोजित राजस्थान प्राथमिक ( लेवल-1) विद्यालय अध्यापक सीधी भर्ती परीक्षा 2022 के दौरान राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मेहन्दी का बास आमेर, जयपुर में परीक्षा अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई के स्थान पर परीक्षा दे रहे फर्जी अभ्यर्थी महेन्द्र कुमार जाट और अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है.


डीसीपी नार्थ राशि डोगरा ने बताया कि राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मेहन्दी का बास, आमेर, जयपुर में परीक्षा अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई के स्थान पर फर्जी अभ्यर्थी महेन्द्र कुमार जाट को परीक्षा देते हुये पकड़ा गया.


पुलिस उपायुक्त उत्तर ने बताया कि राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय मेहन्दी का बास, आमेर, जयपुर परीक्षा के दौरान प्राप्त सूचनानुसार परीक्षा अभ्यर्थी राजूराम की आईडी फोटो से मिलान नहीं खाने पर केन्द्राधीक्षक द्वारा उससे पूछा गया तो अपना नाम महेन्द्र कुमार होना बताया और राजूराम के स्थान पर उसी की आईडी से फर्जी परिक्षार्थी बनकर परीक्षा देना बताया.


पुलिस उपायुक्त- उत्तर ने आगे बताया कि राजूराम विश्नोई के स्थान पर उसी की आईडी से फर्जी परिक्षार्थी बनकर परीक्षा दे रहे महेन्द्र कुमार जाट से पूछताछ के बाद अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई की तलाश के लिए पुलिस टीमें गठित कर जयपुर शहर में रवाना की गई और पुलिस टीम द्वारा परीक्षा अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई को धर दबोचा गया.


पुलिस उपायुक्त उत्तर ने बताया कि परीक्षा अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई जालोर का निवासी है और परीक्षा अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई के स्थान पर परीक्षा दे रहे फर्जी अभ्यर्थी महेन्द्र कुमार जाट बाडमेर का निवासी है. परिक्षाओं की तैयारी के दौरान आपसी मुलाकात के बाद महेन्द्र कुमार जाट पढ़ाई में होशियार होने के कारण परीक्षा अभ्यर्थी राजूराम विश्नोई से तीन लाख रुपए के बदले उसके स्थान पर परीक्षा देने पर राजी हुआ था.